PET परीक्षार्थियों की परेशानी देख वरुण गांधी ने CM पर कसा तंज, कहा-'हवाई सर्वेक्षण से जमीनी मुद्दे नहीं दिखते'
उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UPSSSC) की प्रारम्भिक अर्हता परीक्षा (PET) आज और कल यानि कि 15 और 16 सितंबर को राज्य के विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की जाएगी। परीक्षा दो शिफ्टों में होगी। पहली शिफ्ट की परीक्षा जहां सुबह 10 बजे से शुरू हो गई है, वहीं, दूसरी शिफ्ट की परीक्षा दोपहर 3 बजे से आयोजित की जाएगी। इस परीक्षा के लिए करीब 37 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। इस परीक्षा को पास करना उन अभ्यर्थियों के लिए जरूरी होता है, जो राज्य में 'समूह-ग' की नौकरियों के लिए आवेदन करते हैं। आयोग की तरफ से अधिकतर अभ्यर्थियों का सेंटर दूसरे जिलों में भेज दिया गया है, जिसकी वजह से उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। रेलवे स्टेशनों पर इतनी ज्यादा भीड़ है कि टिकट होने के बावजूद भी ट्रेनों का गेट नहीं खोला गया। जिसकी वजह से कई अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्रों पर पहुंचने में दिक्कत हो रही है। छात्रों की इन्हीं परेशानियों को लेकर भाजपा सांसद वरुण गांधी ने सरकार पर तंज कसा है।

ये भी पढ़ें- UP Electric vehicle policy: योगी सरकार का बड़ा फैसला, इलेक्ट्रिक कार खरीदने पर मिलेगी 1 लाख की सब्सिडी

हवाई सर्वेक्षण से नहीं दिखती जमीनी हकीकत
उत्तर प्रदेश के कई जिले इस वक्त बाढ़ से भी प्रभावित हैं। बाढ़ प्रभावित लोगों की मदद की जा सके, इसको लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर के कैंपियरगंज और सहजनवा क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण भी किया। इसको लेकर भाजपा नेता और पीलीभीत से सांसद वरुण गांधी ने मुख्यमंत्री पर तंज कसा है। उन्होंने एक ट्वीट कर कहा कि यूपी बाढ़ की चपेट में है और 37 लाख से अधिक अभ्यर्थी पीईटी की परीक्षा देने निकले हैं। उनके लिए प्रश्नपत्र हल करने से बड़ी चुनौती सेंटर तक पहुंचना है। छात्रों की लगातार मांग के बावजूद भी राज्य सरकार की तरफ से न तो यातायात की व्यवस्था की गई और ना ही परीक्षा टाली गई। शायद 'हवाई निरीक्षण' से जमीनी मुद्दे नहीं दिखते हैं।

विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर दिखी अभ्यर्थियों की भीड़
उत्तर प्रदेश विभिन्न रेलवे स्टेशनों का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर हो रहा है। जिसमें बड़ी संख्या में छात्रों को रेलवे स्टेशनों पर देखा जा सकता है। छात्रों का आरोप है कि उन्होंने एसी टिकट भी बुक किया था, बावजूद रेलवे की तरफ से गेट तक नहीं खोला गया है। ऐसे में उन्हें अब समझ नहीं आ रहा है कि वो कैसे 300 किलोमीटर दूर एग्जाम देने जाएं।

गोरखपुर वाले छात्रों का सेंटर भेजा गया आजमगढ़
पीईटी के छात्रों का आरोप है कि आयोग की तरफ गोरखपुर के छात्रों का सेंटर मऊ और आजमगढ़ भेज दिया गया। स्टेशनों पर भीड़ होने की वजह से ट्रेनों में पैर रखने तक की जगह नहीं है। ऐसे में उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही छात्रों ने आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य सरकार की तरफ से उनके लिए स्पेशल ट्रेनों की भी व्यवस्था नहीं की गई। ठीक इसी तरह अन्य जिलों के छात्रों का भी आरोप है कि उनका सेंटर जिले से 300 किलोमीटर दूर भेज दिया गया, जिसकी वजह से उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

2021 में पहली बार हुई थी पीईटी परीक्षा
आयोग की तरफ से पहली बार पीईटी की परीक्षा 2021 में आयोजित की गई थी। पीईटी की परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थी ही राज्य में निकलने वाली समूह-ग की भर्तियों में शामिल हो सकते हैं। इस परीक्षा को पास करने वाले अभ्यर्थियों का सर्टिफिकेट एक वर्ष के लिए वैलिड रहता है। परीक्षा 100 नंबर की आयोजित की जाती है।