बेरोजगारी के मुद्दे पर Varun Gandhi ने अपनी ही सरकार को घेरा, पूछा- कौन है जिम्मेदार?
बेरोजगारी के मुद्दे पर Varun Gandhi ने अपनी ही सरकार को घेरा, पूछा- कौन है जिम्मेदार?
लखनऊ, 28 जुलाई: भारतीय जनता पार्टी के नेता और पीलीभीत से सांसद वरुण गांधी अपनी ही सरकार को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ते। वरुण अक्सर अपनी सरकार के फैसलों को लेकर आए दिन अपनी नाराजगी जाहिर करते रहते हैं। अब एक बार फिर वरुण गांधी ने बेरोजगारी के मुद्दे पर अपनी ही सरकार को घेरा है। साथ ही, वरुण गांधी ने ट्वीट कर सवाल भी पूछा है।
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पीलीभीत से सांसद वरुण गांधी ने बेरोजगारी के मुद्दे को लेकर 28 जुलाई को अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया। ट्वीट करते हुए वरुण गांधी ने लिखा,
ससंद में सरकार द्वारा दिए गए यह आँकड़े बेरोजगारी का आलम बयां कर रहे हैं। विगत 8 वर्षों में 22 करोड़ युवाओं ने केंद्रीय विभागों में नौकरी के लिए आवेदन दिया जिसमें से मात्र 7 लाख को रोजगार मिल सका है। जब देश में लगभग एक करोड़ स्वीकृत पद खाली हैं, तब इस स्थिति का जिम्मेदार कौन है?
ससंद में सरकार द्वारा दिए गए यह आँकड़े बेरोजगारी का आलम बयां कर रहे हैं।
विगत 8 वर्षों में 22 करोड़ युवाओं ने केंद्रीय विभागों में नौकरी के लिए आवेदन दिया जिसमें से मात्र 7 लाख को रोजगार मिल सका है।
जब देश में लगभग एक करोड़ स्वीकृत पद खाली हैं, तब इस स्थिति का जिम्मेदार कौन है? pic.twitter.com/3NCVHPdK87
— Varun Gandhi (@varungandhi80) July 28, 2022
इससे पहले वरुण गांधी ने एक वीडियो ट्वीट करते हुए कहा कि, 'किसानों को MSP की कानूनी गारंटी के लिए मैंने लोकसभा में निजी विधेयक रखा था। इसे निवर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जी ने सदन में बहस के लिए अनुशंसा दी। मैं उनका बहुत बहुत धन्यवाद करता हूं। किसानों के हित में इस विधेयक पर संसद में चर्चा होगी ऐसी आशा है।'
नमामि
गंगे
पर
भी
उठाया
था
सवाल
वरुण
गांधी
ने
एक
वीडियो
ट्वीट
कर
नमामि
गंगे
पर
भी
सवाल
उठाया
था।
वरुण
गांधी
ने
ट्वीट
करते
हुए
कहा,
'गंगा
हमारे
लिए
सिर्फ
नदी
नहीं,
'मां'
है।
करोड़ों
देशवासियों
के
जीवन,
धर्म
और
अस्तित्व
का
आधार
है
मां
गंगा।
इसलिए
नमामि
गंगे
पर
20,000
करोड़
का
बजट
बना।
11,000
करोड़
खर्च
के
बावजूद
प्रदूषण
क्यों?
गंगा
तो
जीवनदायिनी
है,
फिर
गंदे
पानी
के
कारण
मछलियों
की
मौत
क्यों?
जवाबदेही
किसकी?'