BHU में दो छात्रावासों के बीच गुरिल्ला युद्ध, पेट्रोल बम से दहला कैंपस
वाराणसी। उत्तर प्रदेश के काशी हिंदू विश्वविद्यालय में मंगलवार देर रात दो छात्रावासों के बीच जमकर गुरिल्ला युद्ध हुआ। इस दौरान जमकर ईंट-पत्थर चले और पेट्रोल बम फेंके गए। इस झड़प में चार छात्र घायल हो गए। छात्रों का उपद्रव को देखकर BHU प्रॉक्टोरियल बोर्ड ने जिला प्रशासन से मदद मांगी। रात करीब 12 बजे शुरू हुआ यह उपद्रव सुबह चार बजे के बाद खत्म हुआ। घटना के बाद कैंपस में भारी पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है।
मंगलवार की देर रात एलबीएस और बिड़ला हॉस्टल के छात्रों ने एक-दूसरे पर पथराव किया। दोनों ओर से पेट्रोल बम और देशी बम भी फेंके गए। इससे अफरातफरी मच गई। पथराव में चार छात्र भी घायल हो गए। उन्हें गंभीर हालत में ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है। घटना की सूचना पर मंडुवाडीह, भेलूपुर, रामनगर, सिगरा, लक्सा और दशाश्वमेध थाने की पुलिस, पीएसी और क्यूआरटी को बीएचयू बुलाया गया। प्रॉक्टोरियल बोर्ड की सूचना पर पहुंची लंका पुलिस ने लाउडहेलर के जरिये छात्रों को हिंसा न करने की अपील की। रात डेढ़ बजे तक पुलिस स्थिति को सामान्य करने के प्रयास में जुटी थी। घटना का कारण दोनों हॉस्टल के छात्रों के बीच वर्चस्व की लड़ाई बताई जा रही है।
बीएचयू
प्रशासन
बर्ती
लापरवाही
बता
दें
कि
गत
5
मई
को
बीएचयू
परिसर
में
छात्र
के
साथ
मारपीट
और
चाकूबाजी
की
घटना
हुई
थी।
इसके
बाद
दो
छात्रावासों
के
छात्र
आपस
में
पथराव
करने
लगे।
जिसको
देखते
हुए
कैंपस
में
फोर्स
की
तैनाती
कर
दी
गई।
8
मई
को
जैसे
ही
फोर्स
हटायी
गई
छात्र
फिर
पथराव
करने
लगे।
इस
घटना
के
बाद
बीएचयू
प्रशासन
ने
एहतियात
नहीं
बरती।
उसी
समय
सुरक्षाकर्मियों
की
संख्या
दोनों
छात्रावासों
के
पास
बढ़ाने
के
साथ
जांच
अभियान
चलाया
गया
होता
तो
उपद्रव
करने
वाले
छात्र
न
तो
पेट्रोल
और
देशी
बम
जमा
कर
पाते
और
न
ही
दोबारा
बवाल
करने
की
सोच
पाते।
जांच
कमेटी
की
गठित
उपद्रव
के
बाद
बुधवार
सुबह
से
बीएचयू
में
बैठकों
को
दौर
जारी
है।
कुलपति
प्रो.
राकेश
भटनागर
से
एसएसपी
आरके
भारद्वाज
सहित
कई
अन्य
प्रशासनिक
अधिकारियों
ने
मुलाकात
कर
माहौल
का
निरीक्षण
किया
है।
जांच
कमेटी
बना
दी
गई
है।
कैंपस
में
फोर्स
की
मौजूदगी
के
बीच
तनावपूर्ण
शांति
है।
बीएचयू
के
अन्य
हॉस्टलों
में
रहने
वाले
छात्रों
में
दहशत
व्याप्त
है।