बसपा नेता राजेश यादव की हत्या का पूरा सच, साथी मुकुल ने खोले उस रात के राज
उस वक्त घड़ी में साढ़े 11 बज रहे थे। यहां सभी ने जमकर शराब पी और रात लगभग डेढ़ बजे घर के लिए निकले लेकिन रास्ते में ही राजेश गुस्से में यूनिवर्सिटी के कुछ नेताओं के ऊपर चिल्लाने लगे।
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इलाहाबाद। बसपा नेता राजेश यादव की हत्या में नामजद आरोपी डॉ. मुकुल सिंह की गिरफ्तारी के बाद अब काफी राज खुल गए हैं। डॉ. मुकुल सिंह ने अस्पताल में पुलिस को अपना बयान दिया और हत्या वाली रात की पूरी कहानी बताई है। अब पुलिस मुकुल की कहानी की सच्चाई खंगाल रही है। मुकुल ने यूनिवर्सिटी के छात्रों द्वारा गोली मारने और खुद राजेश को बचाने का दावा किया है। पुलिस को दिए बयान के मुताबिक मौत वाली रात डॉ. मुकुल और राजेश सबसे पहले अपने दोस्त आलोक यादव के पास पहुंचे। उस वक्त घड़ी में साढ़े 11 बज रहे थे। यहां सभी ने जमकर शराब पी और रात लगभग डेढ़ बजे घर के लिए निकले लेकिन रास्ते में ही राजेश गुस्से में यूनिवर्सिटी के कुछ नेताओं के ऊपर चिल्लाने लगे।
क्या हुआ था मौत की रात?
नशे में उसने अपनी गाड़ी ताराचंद्र हॉस्टल की ओर मोड़ दी। नशे में वो ठीक से गाड़ी भी नहीं चला पा रहा था। जिसके चलते वो रास्ता भी भटक गए। लेकिन तब तक गाड़ी पीसीबी हॉस्टल पहुंच चुकी थी। कुछ देर सोंचने के बाद राजेश ने गाड़ी मोड़ी और ताराचंद्र हॉस्टल के गेट पर गाड़ी ले जाकर खड़ी कर दी। बार-बार हॉर्न बजाने पर हास्टल से कई लड़के बाहर आ गए और राजेश से तेज झड़प होने लगी। देखते ही देखते छात्रों की संख्या बढ़ गई। राजेश गाड़ी से नहीं उतरा लेकिन गुस्से में उसने अपनी पिस्टल निकाल ली और अचानक दोनों तरफ से फायरिंग होने लगी। लड़के पीछे हटकर फायर करने लगे। तभी राजेश दर्द से चीख उठा, उसे गोली लग गई।
कत्ल की रात का काला सच
मुकुल के मुताबिक राजेश को एक ओर ढकेलकर उसने स्टेरिंग थाम ली और गाड़ी लेकर भागा। लड़के ईंट-पत्थर चलाने लगे। उन्होंने गाड़ी सीधे बालसन चौराहे पर रोकी। वहां दो रिक्शा चालकों की मदद से राजेश को गाड़ी की सीट पर लिटाया गया और फिर सीधे अस्पताल में गाड़ी रुकी। मुकुल का दावा है कि उसने राजेश को बचाने का प्रयास किया लेकिन इलाज के दौरान ही राजेश ने दम तोड़ दिया। फिर रात 4 बजे पुलिस और मोनिका को सूचना दी गई। पुलिस ने राजेश के दोस्त और कत्ल वाली रात शराब पिलाने वाले आलोक यादव का भी बयान दर्ज कर लिया है। आलोक की एसआरएन अस्पताल गेट पर उमा केमिस्ट के नाम से दवा की दुकान है।
आलोक यादव ने कहा था भाभी इन्हें बुला लो
पुलिस को दिए बयान में आलोक के मुताबिक रात में शराब पीने के बाद जब राजेश जाने लगा तो उसने कहा वो यूनिवर्सिटी की तरफ नेतागीरी करने जा रहा है। नशा ज्यादा होने के कारण आलोक ने तब मोनिका को फोन किया और कहा कि राजेश को वापस बुला ले। क्योंकि रात में उधर इस तरह जाना ठीक नहीं है। इंस्पेक्टर कर्नलगंज अवधेश प्रताप सिंह ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज, बयान के साथ जांच की कड़ियां जोड़ी जा रही हैं। जल्द ही हत्या का खुलासा हो जाएगा।
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