प्रतापगढ़: BJP प्रत्याशी ने किया बड़ा उलटफेर, SP मंत्री की सीट बची न साख
सपा प्रत्याशी शिवकांत ओझा रानीगंज विधानसभा सीट से भाजपा के धीरज ओझा से 29 हजार से ज्यादा वोटों से हार गये। जबकि पूर्व मंत्री राजाराम के बेटे संजय पांडेय को अपना दल के आर के वर्मा ने हराया।
इलाहाबाद। मोदी लहर पर सवार भाजपा ने प्रतापगढ़ की चारों सीट पर जीत का परचम लहरा दिया है। शहर की इन सीटों पर सपा के मंत्री चुनाव लड़ते व जीतते थे। वर्तमान में भी सपा के स्वास्थ्य मंत्री इस सीट से चुनाव लड़ रहे थे। लेकिन मंत्री जी न अपनी सीट बचा सके और न ही अपनी साख। हारे भी तो ऐसे प्रत्याशी से जिसने कभी चुनाव नहीं लड़ा था।
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धीरज ओझा ने किया बड़ा कारनामा
पहली बार चुनाव लड़ रहे धीरज ओझा ने वह कारनामा कर दिखाया। रानीगंज विधानसभा सीट से सपा के शिवाकांत ओझा विधायक थे। धीरज ओझा ने उन्हें 29 हजार से अधिक वोटों से हराकर यह सीट भाजपा के खाते में डाल दी। मंत्री जी इस लड़ाई में तीसरे स्थान पर फिसल गये। बसपा दूसरे नंबर पर रही।
बड़े अंतर से सपा मंत्री हारे
मंत्री रहते हुये प्रो. शिवाकांत ओझा का तीसरे स्थान पर खिसक जाना यह बताने के लिए काफी था कि जनता किस कदर उन से नाराज थी। अपने राजनैतिक कैरियर की शुरुआत कर रहे अभय कुमार उर्फ धीरज ओझा भले कमजोर प्रत्याशी कहे जा रहे थे। लेकिन जनता की नजर में सिर्फ पीएम मोदी का चेहरा था। जब परिणाम घोषित हुआ तो रानीगंज सीट से धीरज ओझा को 67031 वोट मिले। जबकि दूसरे नंबर बसपा के शकील अहमद रहे जिन्हें 58022 वोट मिले। सबसे बुरा हाल तो प्रो. शिवाकांत ओझा का रहा। जो कांग्रेस से गठबंधन के बावजूद 37816 वोट पर सिमट गये ।
पूर्व मंत्री का बेटा भी हारा
प्रतापगढ़ की विश्वनाथगंज सीट पर सपा विधायक राजाराम पांडेय हमेशा से जीत दर्ज कर मंत्री बना करते थे। लेकिन राजाराम पांडेय के निधन के बाद 2014 में हुए उपचुनाव में अपना दल ने इस सीट पर जीत दर्ज की। इस बार राजाराम के बेटे संजय पांडेय मैदान में थे। लेकिन भाजपा-अपना दल गठबंधन की ओर से अपना दल प्रत्याशी आर के वर्मा ने लगातार दूसरी बार विश्वनाथगंज सीट पर कब्जा कर लिया। डा. आरके वर्मा न सिर्फ अपनी सीट बचाने में कामयाब रहे। बल्कि संजय पांडेय को 23 हजार से अधिक मतों से हराया। इस सीट पर बसपा तीसरे नंबर पर रही।
अपना दल की बड़ी जीत
आर के वर्मा अपना दल सोनेलाल पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष होने के साथ ही अनुप्रिया पटेल के करीबी हैं। जब पार्टी अपना अस्तित्व बचाने को जूझ रही थी तब भी डा. आर के वर्मा अनुप्रिया के साथ रहे और अनुप्रिया के मंत्री बनने पर वर्मा का भी कद बढा। इसका परिणाम यह रहा कि विश्वनाथगंज विधानसभा से अपनादल ने उन्हें फिर से टिकट दिया। वह 81899 वोट के साथ विजयी रहे। दूसरे स्थान पर संजय पाण्डेय कांग्रेस 58541 वोट व प्रेमानंद त्रिपाठी बसपा 33878 वोट के साथ तीसरे स्थान पर रहे ।
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