योगी आदित्यनाथ की तस्वीर से विवाह करने वाली महिला के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से सांकेतिक शादी करने वाली महिलाओं पर देशद्रोह का मामला दर्ज हो गया है, इनमे से एक महिला ने पांच दिसंबर को मुख्यमंत्री आदित्यनाथ की तस्वीर से सांकेतिक विवाद रचा लिया था। इन महिलाओं ने मुख्यमंत्री का काफिला रोकने का प्रयास किया था। यह सभी महिलाएं सीतापुर आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ की महिलाएं थी, जिनमे संघ की अध्यक्ष नीतू सिंह भी शामिल थीं। नीतूं सिंह सहित चार महिलाओं ने सीएम का काफिला रोकने का प्रयास किया था।
सीजेएम कोर्ट ने सभी महिलाओं को 14 दिन की न्यायिक हिरात में भेज दिया है, सभी महिलाओं को कोर्ट ने जेल भेज दिया। तमाम आंगनबाड़ी महिला कार्यकर्ताओं ने नीतू सिंह के समर्थन में नारेबाजी की और बड़ी संख्या में प्रदर्शन कर रही थी। गिरफ्तार के बाद नीतू सिंह ने कहा कि चुनाव में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी को वोट दिया था, उन्हे इसी की सजा मिल रही है। आपको बता दें कि नीतू सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तस्वीर के साथ सांकेतिक विवाह किया था।
अपनी तमाम मांगों को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता लगातार छठे दिन भी अपना प्रदर्शन कर रही हैं। तमाम महिलाओं ने नैमिषेय शंखनाद कार्यक्र में जा रहे मुख्यमंत्री आदित्यनाथ के काफिले को रोकने की कोशिश की थी। संघ की अध्यक्ष नीतू सिंह ने दुल्हन का रूप धारण करके मुख्यमंत्री की तस्वीर के साथ सांकेतिक विवाह किया था। महिलाओं के खिलाफ मामला दर्ज किए जाने पर सीओ योगेंद्र सिंह का कहना है कि आंगनबाड़ी की चारो कार्यकर्ता बार-बार सड़क जाम कर रही थीं, जिसके बाद उनके खिलाफ सख्त धाराओं में कार्रवाई की गई है। नीतू सिंह ने योगी आदित्यनाथ की तस्वीर से शादी करने के बाद कहा था कि या तो मुख्यमंत्री मुझे अपने साथ ले चले या फिर आंगनबाड़ी कर्मचारियों को 15000 रुपए महीने का भत्ता दें। नीतू सिंह ने आरोप लगाया कि उन्हें बातचीत के बहाने बुलाया गया और उनपर देशद्रोह का मामला दर्ज करके जेल भेजा गया है।
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