लव मैरिज करने वाले SDM की करतूत, किया पत्नी को बेघर
'कुछ मीडिया के लोगों को देखकर मुझे मनाने आ गए लेकिन वो सब दिखावा था।'
बलिया। मऊ की रहने वाली एक महिला टीचर सुनीता (बदला हुआ नाम) ने अपने एसडीएम पति के ऊपर टॉर्चर करने का आरोप लगाया है। महिला ने मामले को लेकर डीएम और पुलिस अधिकारियों से इसकी शिकायत भी की है। पीड़ित पत्नी सुनीता के मुताबित पति एसडीएम प्रमोद कुमार कुछ महीनों ने पत्नी को 25 लाख रुपए और एक इनोवा गाड़ी की मांग करते हुए घर से निकाल दिया।
महिला के मुताबित 17 जुलाई 2016 को दोनों ने मऊ में एक मंदिर में शादी की और साथ रहने लगे। पत्नी के मुताबिक 2011 में बीएचयू एमएड एंट्रेंस के दौरान हम दोनों की पहली मुलाकात हुई थी। हम दोनों ने लव मैरिज शादी भी की। OneIndia से बात करते हुए बलिया के एसपी विजय पाल सिंह ने बताया कि पत्नी ने अपने एसडीएम पति पर आरोप लगाया है जिसकी वो जांच कर रहे हैं। वहीं जब एसपी ने इस संबंध में एसडीएम से बात की तो उन्होंने इसे अपना पर्सनल मैटर कहकर बात करने से मना कर दिया।
एसडीएम बनने के बाद की थी फ्यूचर प्लानिंग
सुनीता ने बताया कि मैं बहुत पहले से सरकारी स्कूल की टीचर हूं। मेरी छोटी बहन और मनोज की छोटी बहन ने एक साथ पढ़ाई की है। 2011 में बीएचयू एंट्रेस एग्जाम देने गई थी तो छोटी बहन के हॉस्टल पर प्रमोद से मुलाकात हुई। वो देखते ही मुझे पसंद आ गए। पहले तो हम दोनों में दोस्ती हुई और फिर धीरे-धीरे प्यार हो गया। 2013-14 बैच में प्रमोद ने एग्जाम दिया और जब 2015-16 में रिजल्ट आया तो उन्होंने सबसे पहले मऊ आकर मुझे बताया और बोले, मैं एसडीएम बन गया। जिंदगी का सबसे हंसीन पल था, जब वो घंटों बस मेरे पास बैठकर फ्यूचर प्लानिंग करने लगे।
पत्नी का आरोप सरकारी आवास पर की थी पिटाई
10 दिसंबर 2016 को इनका एक्सीडेंट हो गया था, बनारस हाॉस्पिटल मिलने गई तो सास, बहन सबने मिलकर भगा दिया। लगातार शादी के बाद से ही 25 लाख रुपए और इनोवा गाड़ी की मांग घरवाले और पति करने लगे। कई बार मुझे पति ने पीटा। 16 जून को उनके सरकारी आवास पर फिर गई तो फिर उन्होंने भगा दिया और तो और पीटा भी। कुछ मीडिया के लोगों को देखकर मुझे मनाने आ गए लेकिन वो सब दिखावा था। अब मुझे इंसाफ चाहिए, वो मुझे अपनाएं। सुनीता ने बताया जब वो नौकरी नहीं करते थे, उनकी जरूरतों को मैं सेलरी से पूरा करती थी। आज उनका मन मुझसे भर गया और दूसरी शादी करना चाहते हैं।
ससुराल में सभी ने मिलकर किया मुझे टॉर्चर
सुनीता बताती हैं की उन्होंने ट्रेनिंग के दौरान ही जुलाई 2016 में मुझसे मंदिर में लव मैरिज की थी। इसके बाद परिवार के लोगों को बताया। धीरे-धीरे दो महीनों बाद वो बदलने लगे। उनकी सोसाइटी हाई-फाई होने लगी और वो कहने लगे हमारी शादी को कोई मानेगा नहीं, अब अलग हो जाना बेहतर होगा। सुनीता ने बताया कि वो फिजिकली भी टॉर्चर करने लगे। उनके परिवार में बहन-भाई, मां-बाप सबने मिलकर मुझे कुछ 7 महीनों पहले घर से निकाल दिया। मैं लगातार सोशल मीडिया- वाट्सऐप पर पति से मिलने की गुहार लगाती रही लेकिन उन्होंने मेरा नंबर ब्लैकलिस्ट कर दिया।