पांच वक्त की नमाज और भोले बाबा का रुद्राभिषेक करते हैं शिवभक्त डॉ. शमशाद
इलाहाबाद। संगम नगरी प्रयाग में एक मुस्लिम शिवभक्त इन दिनों खूब चर्चा बटोर रहे हैं। उनकी शिवलिंग पर रुद्राभिषेक करते हुए तस्वीरें मीडिया में छाई हुई हैं। दरअसल यह मुस्लिम शिवभक्त पेशे से होम्योपैथिक चिकित्सक हैं और इनका नाम डॉ शमशाद है। डॉ शमशाद की कहानी बेहद ही दिलचस्प है। वर्षों पहले जीवन में आ रही समस्याओं से परेशान शमशाद ने शिव मार्ग चुना था और वह कब पांच वक्त के नमाज के साथ शिव भक्त बन गए यह ना उन्हें पता चला ना उनके परिवार वालों को। हालांकि कुछ लोग उनके शिवभक्त होने पर ऐतराज़ करते हैं और उन्हें बुरा भला भी कहते हैं। लेकिन, शिव भक्ति में मशगूल डॉ शमशाद किसी बात की फिक्र नहीं करते और अपने बच्चों व परिजनों को भी धर्म संस्कृति अध्यात्म के साथ जीव हत्या से दूर रहने के लिए प्रेरित करते हैं।
जुबानी
सुनाते
हैं
शिवतांडव
स्त्रोत
सनातन
धर्म
को
मानने
वाले
बड़े
बड़े
विद्वान
भी
जिस
शिव
तांडव
स्त्रोत
को
कंठस्थ
करने
और
उसका
जाप
करने
में
हिचकते
हैं।
वह
डॉक्टर
शमशाद
को
ना
सिर्फ
कंठस्थ
है,
बल्कि
वह
प्रतिदिन
इसका
पाठ
भी
करते
हैं।
आश्चर्य
की
बात
तो
यह
है
कि
डॉक्टर
शमशाद
पांच
वक्त
के
नमाजी
हैं
और
कभी
नमाज़
पढ़ना
नहीं
भूलते।
लेकिन,
इसके
साथ
ही
वह
अपनी
सुबह
की
शुरुआत
स्नान
के
बाद
शिव
तांडव
स्त्रोत
का
पाठ
करते
हुए
करते
हैं।
जीवन
की
समस्याओं
ने
बना
दिया
शिवभक्त
डॉ
शमशाद
पेशे
से
होम्योपैथिक
चिकित्सक
हैं
और
वर्षों
पहले
उनके
शिव
भक्त
बनने
की
पीछे
की
कहानी
शुरू
होती
है।
उनके
बारे
में
बताया
जाता
है
कि
जीवन
की
ढेर
सारी
समस्याओं
से
परेशान
डॉक्टर
शमशाद
को
एक
बार
उनके
ही
हिंदू
दोस्त
ने
भगवान
शिव
की
पूजा
करने
को
कहा
था।
उस
समय
तो
डॉक्टर
शमशाद
को
यहां
बड़ा
अजीब
लगा
और
उन्होंने
इसे
एक
सिरे
से
नकारना
ही
ठीक
समझा।
लेकिन,
जब
उनके
दोस्त
ने
कुछ
आध्यात्मिक
साहित्य
पढ़ने
के
लिये
उन्हें
दिया
तो
किताबें
खत्म
होने
के
साथ
वह
स्वंय
आध्यात्म
की
ओर
बढ़ने
लगे।
डॉ
शमशाद
की
न
सिर्फ
आर्थिक
समस्याएं
खत्म
होने
लगी,
बल्कि
उनके
जीवन
में
नई
ऊर्जा
का
संचार
होने
लगा।
यह
डॉ
शमशाद
को
आध्यात्मिकता
की
ओर
बढ़ाने
के
लिए
काफी
था
और
यहीं
से
डॉक्टर
शमशाद
ने
शिव
भक्ति
का
राग
अलापना
शुरू
कर
दिया।
शिव
भक्ति
से
शुरू
करते
हैं
दिनचर्या
डॉ
शमशाद
सुबह
स्नान
के
साथ
ही
शिव
तांडव
स्त्रोत
का
पाठ
करना
शुरू
कर
देते
हैं
और
उनकी
दिनचर्या
का
यह
अभिन्न
हिस्सा
बन
चुका
है।
सावन
के
महीने
में
रुद्राभिषेक
करना
उनकी
इसी
भक्ति
का
हिस्सा
है
और
यह
जो
तस्वीरें
सामने
आई
है
वह
रुद्राभिषेक
के
दौरान
ही
वायरल
हुई
हैं।
डॉ
शमशाद
शाकाहारी
जीवन
जीते
हैं
और
शिवतांडव
स्त्रोत
के
अलावा
बगलामुखी
और
महामृत्युंजय
मंत्र
का
जाप
भी
करते
हैं।
साथ
ही
एक
सच्चे
मुस्लिम
की
तरह
पांच
वक्त
की
नमाज
पढ़ते
हैं
और
जुमे
की
नमाज
मस्जिद
में
ही
अदा
करता
हैं।
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