'चलिए डॉक्टर साब स्कॉर्पियो से छोड़ दूं', रास्ते में मर्डर कर नहर में फेंका
इटावा। उत्तर प्रदेश के इटावा में पुलिस ने एक बड़ा खुलासा किया है। इटावा के फ्रेंड्स कालोनी में रहने वाले डॉ. ज्ञान प्रकाश का 14 तारीख को अपहरण कर लिया था। अपहरण करने के बाद डॉ. ज्ञान प्रकाश के घर फोन करके 60 लाख की फिरौती मांगी गई थी। पुलिस अभी तक डॉ. ज्ञान प्रकाश पाण्डेय की बॉडी बरामद नहीं कर सकी । इटावा पुलिस ने यह तो साबित कर दिया कि डॉ. ज्ञान प्रकाश पाण्डेय का अपहरण करने के बाद मार दिया गया है। पुलिस ने डॉ. के अपहरण कर्ताओं को पकड़कर खुलासा कर दिया है। अपहरण करने वाले डॉ. के करीबी ही हैं जो डॉक्टर के मकान में किराए पर रहे थे।
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यह है पूरा मामला
हम आपको बताते चलें कि 14 सितम्बर को इटावा के फ्रेण्ड्स कॉलोनी में रहने वाले वाले डॉ. ज्ञान प्रकाश पाण्डेय का अपहरण हो गया था। अपहरण करने के बाद उनकी हत्या कर दी गयी थी जिसका पुलिस ने खुलासा किया। पुलिस ने हत्या में शामिल 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जिसमें 3 सगे भाई समेत 1 मामा है । हत्या में शामिल अभियुक्तों ने बताया की हमने डॉक्टर ज्ञान प्रकाश पाण्डेय को फिरौती के लिए 14 सितम्बर को रेलवे क्रोसिंग के पास से उस समय अपहरण किया था जिस वक़्त डॉक्टर अपने क्लिनिक करहल जा रहे थे। हमने डॉक्टर के पैर छूने के बाद उनसे पूछा कि आप कहां जा रहे है । डॉक्टर ने बताया की हम करहल जा रहे है और डॉक्टर को करहल छोड़ने के लिए अपनी स्कॉर्पियो कार में बैठा लिया।
किरायेदारों ने किया कत्ल
रास्ते में हमने डॉक्टर का रस्सी से गला दाबकर हत्या कर दी क्योंकि डॉक्टर हमें जानता था। जिसके बाद हमने डॉक्टर को एक बक्से में बंद करके बक्से को भोगनीपुर नहर में फेंक दिया। इसके बाद हमने डॉक्टर के घर फोन करके फिरौती के तौर पर 55 लाख की मांग की थी । डॉक्टर के बेटे ने फोन से पुलिस को इसकी सूचना दी। पुलिस ने नम्बर को सर्विलांस पर लगाकर हत्या के आरोपियों को गिरफ्तार किया । पुलिस ने अभियुक्तों से पूछताछ की तो अभियुक्तों के बताने पर पुलिस ने भोगनीपुर नहर में बक्से समेत डॉक्टर के शव को तलाशना चाहा लेकिन शव नहीं मिला पुलिस अभी भी शव की तलाश कर रही है । पुलिस ने हत्या में प्रयोग किए गए सामान को बरामद किया।
परिजनों का ये कहना है
वही परिजनों का कहना है कि वह जानता था अच्छी तरह से कि अपहरण करने के बाद अगर डॉक्टर को छोड़ दिया तो वह हमें फसवा देंगे इसलिए इन लोगों ने डॉक्टर के अपहरण करने के बाद हत्या कर दी। पहले वह हमारे यहां इलाज कराता था। उसके हमारे यहां अच्छे संबंध थे तो अपहरण करने के बाद उसे हत्या तो करना ही करना था । वही पर उन्होंने बताया कि डॉ. साहब के कपड़े, बैल्ट,आधार कार्ड और ड्राइवर लाइसेंस भी वहीं से बरामद हुए हैं। वहीं इटावा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपी इनके घर में एक किराएदार जो 2016 में रह रहा था और अभी इनके घर के सामने ही किराए के मकान पर रहता है । यह तथ्य आश्चर्यजनक सामने आया कि अभियुक्त भाइयों एंव अभियुक्त राम प्रकाश शर्मा इन चारों लोगों द्वारा डेढ़ वर्ष पूर्व यह योजना डॉक्टर के मकान में ही बैठकर बनाई थी ।
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