गरीब की खोल ली भैंस, पुलिस के लिए मामला 'काला अक्षर'
जब उसने अपनी भैंसें वापस मांगी तो अपहरणकर्ताओं ने गरीब से बीस हजार रुपए फिरौती की मांग रखी। इसके बाद गरीब ने अपहरणकर्ताओं से भैंसों के दो छोटे बच्चों की दुहाई दी लेकिन...
शाहजहांपुर। अभी तक आपने अपहरण के कई मामले सुने होंगे लेकिन यूपी के शाहजहांपुर में अपहरण का एक अनोखा मामला सामने आया है। जहां अपहरणकर्ताओं ने तीन भैंसों का अपहरण कर लिया और बदले में बीस हजार की फिरौती मांगी है। गरीब किसान ने तीन दिन पुलिस के चक्कर काटने के बाद बीस हजार रुपए उधार लेकर फिरौती की रकम दी। उसके बाद ही उसे अपहरणकर्ताओं ने भैंसें वापस किए। इसके बाद गरीब किसान फिरौती की रकम वापस लेने के चक्कर में थाने के चक्कर काट रहा है लेकिन उसकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। फिलहाल अब पीड़ित परिवार ने एसपी से न्याय की उम्मीद लगाई है।
घटना मदनापुर थाना क्षेत्र के बिरिया खुर्द गांव की है। यहां की रहने वाली 60 वर्षिय कमला देवी ने अपने घर में तीन भैंस पाली हुई है। पति बैजनाथ की कुछ साल पहले मौत हो चुकी है, कमला का एक बेटा है करन जो भैसों का दूध बेचकर अपने परिवार का पेट पालता है। करन की माने तो तीन दिन पहले गड़ियारंगीन थाना क्षेत्र के ग्राम निजामपुर निवासी सोनपाल सिंह और एनके सिंह समेत कई लोग दिन दहाड़े उसके घर के पास आए जिनके पास लाठी-डंडे भी थे। उसके दरवाजे के पास उसकी तीन भैंसे बंधी थी जिसको वो जबरन खोलकर ले गए। वो कई लोग थे इसलिए करन उनका विरोध नहीं कर सका। लेकिन जब वो भैंसों को ले जा रहे थे तब उसका भतीजा लोकपाल उसके पीछे-पीछे गया तो देखा भैंसों को ग्राम निजामपुर निवासी सोनपाल के घर बांधा गया। जब उसने अपनी भैंसें वापस मांगी तो अपहरणकर्ताओं ने बीस हजार की फिरौती की मांग रखी। जिसके बाद गरीब किसान परेशान हो गया और पुलिस के शरण में जाने की सोची। जिसके बाद तुरंत ही उसने 100 नंबर पर फोन किया तो कुछ देर बाद वहां पर पुलिस पहुंची।
करन की माने तो सोनपाल गांव का दबंग है इसलिए उसने अपने भतीजे को लाठी के दम पर पुलिस गाड़ी से उतार लिया। लेकिन उसकी भैंसे पुलिस ने बरामद नहीं करवाई। इसके बाद भैंस के तीन छोटे-छोटे बच्चे थे। जो तीन दिन तक भूख की वजह से तड़प रहे है। यहां तक गरीब किसान ने अपहरणकर्ताओं से उन भूखे बच्चों तक की दुहाई दी लेकिन बेरहम दिल अपहरणकर्ताओं ने बगैर फिरौती की रकम लिए भैसे वापस देने से इनकार कर दिया। जिसके बाद गरीब किसान कमला देवी और उसके बेटे करन ने फिरौती की रकम देने के लिए लोगों से बीस हजार का कर्जा लिया और उन अपहरणकर्ताओं को फिरौती की रकम दी।
अब किसान को अपनी भैंसें तो मिल गई हैं लेकिन अब किसान बीस हजार रुपए लिए गए उधार की चिंता में है। जिसके लिए वो मदनापुर थाने पहुंचा लेकिन उसको दूसरे थाने का मामला कहकर भगा दिया गया। उसके बाद वो गड़ियारंगीन थाने पहुंचा तो वहां भी पुलिस ने दूसरे थाने का मामला कहकर भगा दिया। जिसके बाद अब थानों के चक्कर काटने के बाद पीड़ित कमला देवी ने एसपी को तहरीर देकर न्याय की गुहार लगाई है।
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