कानपुर मॉब लिंचिंग में एक छात्र की मौत, लड़की से बात करने को लेकर की गई पिटाई
कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर में मॉब लिचिंग का एक बड़ा मामला सामने आया है। जहां 11वीं कक्षा के एक छात्र को दर्जन भर युवकों की भीड़ ने पीट-पीट कर मार डाला। इस छात्र का गुनाह सिर्फ इतना था कि वो दूसरी कोचिंग में पढ़ने वाली लड़की से बात करने लगा था और यह बात कोचिंग के दूसरे लड़कों को नागवार गुजरी थी।
यह घटना बीती रात कानपुर के किदवई नगर इलाके में हुई। अचानक दर्जनों की संख्या में आए दबंग युवकों ने 11वीं क्लास के छात्र अंकित को कोंचिंग के बाहर ही जमकर पीटना शुरू कर दिया और उसकी पीट पीट कर हत्या कर दी। मौके पर पहुंची पुलिस छात्र को एलएलआर अस्पताल ले गयी जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस घटना के बाद मृत छात्र के परिवार वालों और इलाकाई जनता ने जमकर हंगामा किया। वही हंगामा बढ़ता देख इलाके में भारी पुलिस फोर्स तैनात की गई।
छात्र के सहपाठियों और प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक बगाही इलाके का रहने वाला अंकित 11वी का छात्र है और रोज की तरह केमेस्ट्री की कोचिंग पढ़ने आया था। कोचिंग छूटने के दौरान अंकित दूसरी कोचिंग में पढ़ने वाली एक लड़की से बातचीत करने लगा। यह नजारा लड़की के साथ पढ़ने वाले राजपाल और आदित्य त्रिपाठी नाम के छात्रों ने देखा तो उन्होंने अंकित को टोका। इसके बाद कहासुनी बढ़ने पर वहां कई सारे लोग पहुंच गए और अंकित को घेरकर लाठी डण्डों से पीटने लगे। शहर के भीड़-भाड़ वाले इलाके में भीड़ तन्त्र का नंगा-नाच चलता रहा और पुलिस तब पहुंची जब अंकित की सांसे उखड़ चुकी थीं। पुलिस अंकित को लेकर एलएलआर अस्पताल पहुंची जहां उसे डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया।
अंकित की मौत की सूचना मिलते ही उसके घर और इलाके में गमगीन माहौल हो गया और देखते ही देखते सैकड़ो की संख्या में इलाके के लोग इकट्ठे हो गए और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर हंगामा करने लगे। वहीं मामला बढ़ता देख मौके पर भारी पुलिस फोर्स भी पहुंच गई और किसी तरह से हंगामा कर रहे लोगो को शांत करवाया गया।
पुलिस इस मामले में खुद सहमी नजर आ रही है। जिम्मेदार अधिकारी कह रहे हैं कि उन्हें ज्यादा कुछ पता नहीं है। एक छात्र को पीट-पीट कर मारा जा चुका है लेकिन जिम्मेदार पुलिस अधिकारी शिकायत पत्र का इंतजार कर रहे हैं। उनका कहना है कि जब पीड़ित परिवार रिपोर्ट लिखवायेगा तब कार्रवाई की जाएगी। अब देखने वाली बात तो ये है कि आखिर भीड़तंत्र के इस मामले के गुनाहगार कब गिरफ्तार होंगें।
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