Lucknow Building collapse : दो कमेटियों की जांच के बाद होगा हादसे के कारणों का खुलासा
Lucknow Building collapse : कमेटी यह पता लगाने में जुटी है कि बिल्डर शहरी विकास भवन अधिनियम के तहत तय मानकों का पालन कर रहे थे या नहीं।
Lucknow Building collapse : उत्तर प्रदेश में बुधवार को हजरतगंज क्षेत्र के वजीर हसन रोड स्थित पांच मंजिला अलाया अपार्टमेंट के मंगलवार शाम ढहने के मामले की जांच लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) ने बैठा दी है। विशेषज्ञों द्वारा यह पुष्टि की गई थी कि अपार्टमेंट शहर में भूकंप के कारण नहीं गिरा था बल्कि असली कारण ड्रिलिंग थी जिसने नींव को कमजोर कर दिया है। इधर सरकार ने भी अपने स्तर पर तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया है जिसका काम उन सभी लोगों की जिम्मेदारी तय करना है, जो अपार्टमेंट प्रोजेक्ट पास कर चुके हैं और साइट के दौरे और नक्शे के अनुमोदन में शामिल थे।
सात दिन में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी समिति
समिति सात दिन में रिपोर्ट तैयार कर सरकार को सौंपेगी। समिति अचल संपत्ति क्षेत्र में लगे गुलाम यजदानी के स्वामित्व वाले अपार्टमेंट और परिसरों की संख्या का पता लगाएगी। कमेटी यह पता लगाएगी कि बिल्डर शहरी विकास भवन अधिनियम के तहत तय मानकों का पालन कर रहे थे या नहीं। यदि ऐसी इमारतें यूपी के भीतर स्थित हैं और मानदंडों का उल्लंघन कर रही हैं, तो उन्हें तुरंत सील कर दिया जाएगा जिससे किसी और दुर्घटना की गुंजाइश न रहे।
चार महीने पहले ही एडीए ने परिसर को गिराने का निर्णय लिया था
एलडीए प्रशासन ने करीब चार माह पूर्व पूरे परिसर को गिराने का निर्णय लिया था। इसके अतिक्रमण रोधी दस्ते ने अपार्टमेंट के एक हिस्से को गिरा दिया था, लेकिन इलाहाबाद उच्च न्यायालय द्वारा दिए गए स्टे के बाद आगे की कार्रवाई रोक दी गई थी। इमारत को गिराने का मकसद यह था कि इसने नियमों और विनियमों का उल्लंघन किया।
सभी जिलाधिकारियों को सहयोग करने का निर्देश
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राज्य सरकार ने जिलाधिकारियों को निर्देश भी जारी किया है कि वे जांच दल को उनकी संपत्तियों की पहचान करने में मदद करें। एलडीए के उपाध्यक्ष ने कहा कि जांच दल इस संबंध में अन्य विभागों और एजेंसियों की सहायता लेगा। जैसे ही जनहित में ऐसी इमारतों की पहचान की जाएगी उन्हें ध्वस्त कर दिया जाएगा।
सीएम ने बनाई है तीन सदस्यीय कमेटी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर लखनऊ मंडलायुक्त रोशन जैकब की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय समिति का गठन किया गया है, जिसमें संयुक्त पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था) पीयूष मोर्डिया और पीडब्ल्यूडी के मुख्य अभियंता शामिल हैं, जो इमारत के ढहने की जिम्मेदारी तय करेंगे। लखनऊ में हजरतगंज इलाके के वजीर हसन रोड पर स्थित चार मंजिला अलाया अपार्टमेंट मंगलवार शाम ढह गया था।
वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि समिति का काम उन सभी लोगों की जिम्मेदारी तय करना था, जो अपार्टमेंट प्रोजेक्ट पास कर चुके हैं और साइट के दौरे और नक्शे के अनुमोदन में शामिल थे। सात दिन में रिपोर्ट तैयार कर सरकार को सौंपनी है।