सड़क हादसे में 12 लाशों के बीच दो मासूमों को नहीं आई एक भी खरोंच
शाहजहांपुर। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर में हुए दर्दनाक सड़क हादसे में 12 लोगों की मौत के बाद एक ऐसा नजारा देखने को मिला जिसे देखकर आप चौक जाएंगे। मैजिक में सवार 17 सवारियों में 12 की मौत हो गई, लेकिन इस बड़े हादसे में दो छोटी छोटी मासूम बच्चियों को एक खरोंच तक न आई। 12 लाशों और 5 घायलों के बीच सिर्फ ये दो बच्चियां बची थी जो गाड़ी के अंदर लाशों के बीच फंसी हुई थी। हादसे के बाद मौके पर पहुंचे स्थानीय लोगों और पुलिस की मदद से बच्चियों को गाड़ी से बाहर निकाला और स्थानीय लोगों के सुपुर्द किया गया, जब तक बच्चियों के परिजन न आ जाए। आपको बता दें हादसे में जिंदा बची बच्चियां सगी बहने है।
जहां एक तरफ स्थानीय लोग और पुलिस गाड़ी से लाशों को निकाल रही थी। वहीं दूसरी तरफ लाशों के बीच में फंसी एक डेढ़ माह की बच्ची और दो साल की मासूम बच्ची लाशों के बीच बैठकर रो रही थी। स्थानीय लोगों को ये भरोसा नही हो पा रहा था कि 12 लाशों के बीच ये मासूम जिंदा कैसे बच गई। जानकारी के मुताबिक, दोनों बच्चियां सगी बहने बताई जा रही है। हादसे के वक्त दोनो बच्चियां मां की गोद में थी। जब ये हादसा हुआ तो मां ने दोनों बच्चियों को गोद में कसकर चिपका लिया था। मां ने इन बच्चियों को तो जिंदगी दे दी पर खुद मौत के मूंह समा गई। फिल्हाल अभी इन दोनों बच्चियों के परिजन नहीं पहुंचे है। ऐसे में देखभाल के लिए जिला प्रशासन ने दोनों बच्चियों को स्थानीय लोगों के सुपुर्द कर दिया है। जैसे बच्चियों के परिजन पहुंचेगे बच्चियों को परिवार के हवाले कर दिया जाएगा। हादसे में बच्चियों की दादी गंभीर रूप से घायल है जो इस वक्त जिला अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही है।
दरअसल मुजफ्फरनगर नगर की रहने वाली साबिर निशा अपने बहू एक पोता और दो पोतियों के साथ सीतापुर अपने मायके जा रही थी। वह पहले तो शाहजहांपुर हाईवे पर उतरे उसके बाद वह एक मैजिक गाङी पर सीतापुर जाने के लिए बैठ गए। जब वह लखीमपुर के उचौलिया के पास पहुंचे तो मैजिक की तेज स्पीड के चलते अनियंत्रित होकर गाड़ी खड़े ट्रक मे पीछे से जा घुसी। जिसमे गाड़ी मे बैठे 9 लोगो की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद मौके पर चीखपुकार होने लगी। स्थानीय लोगों और पुलिस की मदद से गाड़ी मे फंसी लाशों को बाहर निकाला। घायलों को जिला अस्पताल भेजा गया जहां तीन लोगों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। जबकि पांच लोगो का अभी भी शाहजहांपुर के जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है।