किसी पार्टी का अस्तित्व ही नहीं, तो कहीं दफ्तर में चलती मिली परचून की दुकान
जब उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में जांच-पड़ताल की गई तो कई राजनीतिक पार्टियों का चौंकाने वाला सच सामने आया। किसी पार्टी का तो अस्तित्व ही नहीं मिला तो कहीं दफ्तर में परचून की दुकान चलती मिली।
बुलंदशहर। चुनाव आयोग ने राजनीतिक रूप से निष्क्रिय 255 पार्टियों का पंजीकरण रद्द कर दिया है। वहीं इन राजनीतिक पार्टियों का जमीनी सच और भी चौंकाने वाला है। किसी पार्टी का अस्तित्व ही नहीं मिला तो कहीं दफ्तर में परचून की दुकान चलती मिली। बुलंदशहर जिले की दो पार्टियों का चुनाव आयोग में पंजीकरण है, युवा जनजागृति पार्टी और राष्ट्रीय जनसंगम पार्टी। बता दें कि युवा जनजागृति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामगोपाल शर्मा परचून की दुकान चला रहे हैं। ये दुकान ही पार्टी का राष्ट्रीय कार्यालय भी है।
युवा जनजागृति पार्टी के अध्यक्ष के दावे के मुताबिक पार्टी में 100 सदस्य हैं। यह राष्ट्रीय पार्टी केवल जनपद तक ही सीमित है। रामगोपाल शर्मा बताते हैं कि 2002 में चुनाव आयोग से उन्होंने पार्टी को पंजीकृत कराया था। साथ ही उन्होंने बताया कि 2011 में पार्टी का पंजीकरण रद्द करने का प्रार्थना पत्र वह चुनाव आयोग दे चुके हैं। वहीं, अधर्म को जड़ से समाप्त करने के उद्देश्य से 1996 में त्रिलोकी प्रसाद शर्मा ने राष्ट्रीय जन संगम पार्टी की नींव रखी। चुनाव आयोग में 1997 में पार्टी का पंजीकरण कराया गया था। त्रिलोकी प्रसाद पेशे से एक किसान हैं और आर्थिक कारणों के चलते पार्टी का कोई प्रत्याशी किसी भी चुनाव में खड़ा नहीं कर सके।