VIDEO: ताजमहल पर एक एडिटेड वीडियो ने मचाई खलबली, सोशल साइट के जरिए किया दावा
मामला दो दिन पहले का है, दरअसल एक राष्ट्रीय हिन्दी न्यूज चैनल के चेयरमेन के साथ हिन्दुवादियों और अगारा के पूर्व मेयर इन्द्रजीत आर्य ने न केवल ताजमहल के अन्दर हाथ जोड़कर प्रवेश किया बल्कि ताज के मुख्य गुंबद के सामने बैठ हाथ जोड़कर ध्यान, योग और भजन भी किया गया।
आगरा। ताजमहल को लेकर सोशल मीडिया पर विवादित पोस्ट करने वाले अमित जानी और उपदेश राणा को गिरफ्तार किए जाने के बाद आगरा पुलिस राहत की सांस ले रही थी कि अब कुछ और वायरल वीडियो ने ताजमहल पर आगरा पुलिस प्रशासन को खुली चेतावनी दे दी है। सोशल मीडिया पर ताजमहल को तेजोमहालय बता कर वहां पूजा-अर्चना करने का वीडियो वायरल हुआ है। वायरल वीडियो के जरिए ये दावा किया जा रहा है कि ये संगमरमरी इमारत ताजमहल नहीं बल्कि तेजोमहालय है। शायद यही वजह है कि वायरल वीडियो में ताजमहल के अंदर एडिट कर पूरा वीडियो सोशल साइट पर अपलोड किया गया है।
मामला दो दिन पहले का है, दरअसल एक राष्ट्रीय हिन्दी न्यूज चैनल के चेयरमेन के साथ हिन्दुवादियों और अगारा के पूर्व मेयर इन्द्रजीत आर्य ने न केवल ताजमहल के अन्दर हाथ जोड़कर प्रवेश किया बल्कि ताज के मुख्य गुंबद के सामने बैठ हाथ जोड़कर ध्यान, योग और भजन भी किया गया। पूर्व मेयर और हिन्दुवादी नेता का कहना था कि ताजमहल के मुख्य गुंबद में बनी मुख्य कबर के रास्ते को भगवान शिव की पींडी तक जाने का रास्ता बताते हुए फूल और चावल भी चढ़ाए गए थे। हालांकि फूल और चावल चढ़ाने का वीडियो अभी सामने नहीं आया है। वायरल वीडियो में हिन्दुवादियों की मंशा को समझते हुए ताजमहल की सुरक्षा में तैनात सीआईएसएफ के जवान भी सक्रिय दिखाई दे रहे थे, जो लगातार उन पर नजर बनाए हुए दिखाई दे रहे थे।
बड़ा सवाल ये है कि पूरी दुनिया में ये संगेमरमरी हुस्न ताजमहल के नाम से जाना जाता है तो वहीं इतिहासकार पीएन ओक की किताब के सामने आने के बाद से लगातार ताज विवादों में घिरता चला गया। ऐसा बताया गया है कि राष्ट्रीय हिन्दी न्यूज चैनल के चेयरमैन ने अपने कार्यक्रम के जरिए ताजमहल को तेजोमहालय बताते हुए करीब एक सप्ताह पहले ताजमहल में पूजा करने का ऐलान किया था। जिसके तहत ही शायद वो आगरा आए हुए थे। हालांकि इस पूरे मामले पर जब एडीएम सिटी से बात की गई तो उन्होंने वीडियो की जांच के बाद तथ्यों के आधार पर कार्रवाई की बात कही है।
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