अस्पताल में महिला को हुआ लड़का, सुबह देखा तो वो हो गई लड़की!
इलाहाबाद। इलाहाबाद के निजी अस्पताल में बड़ा ही दिलचस्प और संगीन मामला सामने आया है। यहां अस्पताल में महिला को एक बेटा पैदा हुआ। लेकिन अगले दिन सुबह उसे बेटी पकड़ा दी गई। इस पर परिजन बिफर पड़े और अस्पताल में हंगामा शुरू हो गया। इसी बीच अस्पताल में गांव वाले इकट्ठा हो गए और अस्पताल पर बच्चा बदलने का धंधा चलाने का आरोप लगाते हुए जमकर बवाल काटा। बाद में पुलिस के मौके पर पहुंचकर लोगों को शांत कराया। पुलिस इस मामले में डॉक्टर को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
क्या था मामला
पुलिस के अनुसार नैका महीन गांव निवासी संदीप ने अपनी पत्नी निशा की डिलीवरी कराने 5 सितंबर को नीलू हॉस्पिटल लेकर पहुंचा। जब रात में निशा का दर्द बढ़ा तो अस्पताल संचालक राम सिंह यादव ने निशा को ऑपरेशन के लिए शहर के जार्जटाउन स्थित ऊषा नर्सिंग होम में भर्ती करा दिया। कारण बताया गया कि बच्चा ऑपरेशन से होगा और यहां ऑपरेशन की सुविधा नहीं है। ऑपरेशन के बाद निशा को वापस यहीं ले आएंगे। संदीप भी अपने परिजनों के साथ ऊषा अस्पताल पहुंच गया। रात में 11:50 बजे निशा का ऑपरेशन किया गया। संदीप ने बताया कि पहले नर्स आई तो उसने बताया कि बेटा हुआ है नेग दीजिए और फिर डाक्टर बाहर आये तो उन्होंने भी बेटा पैदा होने की बधाई दी।
फिर बदल गया बच्चा
सुबह निशा को वापस नीलू हास्पिटल में शिफ्ट करने की तैयारी शुरू हुई। सुबह 6 बजे नीलू हॉस्पिटल की एंबुलेंस आई। इसी दौरान जब नर्स ने बच्चे को संदीप की मां को दिया तो मां चौक गयी और बोली यह उनका पोता नहीं है। यह किसी और की बेटी है। मेरी बहू को तो बेटा पैदा हुआ है। अचानक माहौल गर्म हो गया। संदीप के परिजनों को जबरन हॉस्पिटल से बाहर कर दिया गया। वापस नीलू अस्पताल पहुंचने पर परिजनों ने राम सिंह से शिकायत की तो गाली-गलौज के साथ हाथापाई होने लगी। भीड़ बढ़ी तो हंगामा बढ़ गया। मौके पर पहुंची पुलिस अस्पताल संचालक डा राम सिंह को थाने ले गई।
एसपी क्या बोले
मामले में एसपी गंगापार सुनील कुमार सिंह ने बताया कि डॉक्टर हिरासत में है। जांच पड़ताल की जा रही है। अस्पताल पर बेटा बदलकर बेटी देने का आरोप है। अगर अस्पताल दोषी पाया गया तो कड़ी कार्रवाई होगी। दोनों अस्पताल में पूछताछ की जा रही है। जो भी होगा सच्चाई सामने आ जायेगी।