देवरिया शेल्टर होम कांड: SP देवरिया और DIG बस्ती रेंज हटाए गए, विभागीय जांच शुरू
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के देवरिया शेल्टर होम कांड में हाईकोर्ट की फटकार के बाद लापरवाह पुलिसकर्मियों पर बड़ी कार्रवाई हुई है। अब एसपी देवरिया के साथ डीआईजी रेंज बस्ती को भी डीजीपी मुख्यालय में संबद्ध कर दिया गया है और इन दोनों ही अफसरों के खिलाफ जांच के आदेश भी दे दिए गए हैं। इसके साथ ही महिलाओं और बच्चियों को शेल्टर होम भेजने वाले थानेदारों पर भी 15 दिन में कार्रवाई करने का आदेश दे दिया गया है।
गोरखपुर जोन के एडीजी ने 11 अगस्त को अपनी जांच रिपोर्ट डीजीपी ओपी सिंह को सौंपी जिसके बाद डीजीपी ने 14 अगस्त को शासन को रिपोर्ट भेज दी थी। जांच रिपोर्ट के आधार पर देवरिया के एसपी रोहन पी.कनय समेत चार अधिकारियों पर कार्रवाई हुई है। वर्तमान एसपी के साथ साथ पूर्व में सितंबर 2017 से मार्च 2018 तक एसपी रहे राकेश शंकर को भी हटा दिया गया है। वर्तमान में राकेश शंकर बस्ती रेंज में पुलिस उपमहानिरीक्षक के पद पर तैनात थे। दोनों अधिकारियों को पुलिस महानिदेशक कार्यालय से सम्बद्ध कर दिया गया है।
सीओ
को
भी
किया
तबादला
इन
दोनों
अधिकारियों
पर
विभागीय
जांच
के
भी
आदेश
दिए
गए
हैं।
साथ
ही
देवरिया
के
सीओ
सदर
दयाराम
सिंह
गौर
का
भी
तबादला
कर
दिया
गया
है
तथा
विभागीय
जांच
के
आदेश
भी
दे
दिए
गए
हैं।
वहीं
डीपीओ
द्वारा
दर्ज
कराए
गौए
मुकदमे
में
कार्रवाई
नहीं
करने
के
पर
थाना
प्रभारी
को
भी
हटा
दिया
गया
है।
एसपी
एन
कोलांची
का
बना
नया
कप्तान
वहीं,
रोहन
पी
कनय
की
जगह
पर
महोबा
के
एसपी
एन
कोलांची
को
एसपी
देवरिया
बनाया
गया
है।
एटीएस
में
एसपी
कुंवर
अनुपम
सिंह
को
महोबा
का
नया
जिला
कप्तान
बनाया
गया
है।
बालिका
संरक्षण
गृह
में
हुआ
था
देह
व्यापार
का
खुलासा
आपको
बता
दें
कि
देवरिया
नारी
संरक्षण
गृह
में
देह
व्यापार
का
खुलासा
हुआ
था।
संरक्षण
गृह
से
किसी
तरह
भागी
एक
बालिका
ने
पुलिस
को
इसकी
जानकारी
दी।
पुलिस
ने
देर
रात
में
छापा
मारा
तो
सूची
में
दर्ज
कुल
42
लड़कियों
में
से
24
ही
मिली
थीं।
आरोप
था
कि
ये
लड़कियां
रोज
रात
में
कार
से
गोरखपुर
और
आसपास
के
जिलों
में
भेजीं
जाती
थीं
और
सुबह
आ
जाती
थीं।
पुलिस
ने
संरक्षण
गृह
संचालिका
गिरिजा
त्रिपाठी
को
पति
मोहन
और
उनकी
बेटी
कनकलता
को
पुलिस
ने
गिरफ्तार
किया
था।
पुलिस
की
जांच
में
यहां
से
मानव
तस्करी
की
भी
बात
सामने
आ
रही
है।