VIDEO: मार्केट में टंगे 'कमल का फूल व्यापारियों की भूल' लिखे बैनर, कहा वोट मांगकर शर्मिंदा होने से बचे BJP
बुलंदशहर। भाजपा की कथित शोषणकारी नीतियों से नाराज बुलंदशहर के व्यापारियों ने नगर पालिका चुनाव से पहले पार्टी का बहिष्कार कर दिया हैं। व्यापारियों ने अपनी दुकानों पर पार्टी विरोध बैनर टांग दिए हैं। जिन पर साफ तौर से लिखा हुआ हैं कि, "कमल का फूल व्यापारियों की भूल, भाजपा वाले वोट मांगकर शर्मिन्दा न हो।" बता दें कि व्यापारी की दुकान पर लगा यह बैनर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
भाजपा का कट्टर समर्थक है व्यापारी
बुलंदशहर के गुलावठी सैदपुर रोड व्यापारी की किराने की दुकान हैं। व्यापारी नरेन्द्र गोयनका ने भाजपा की शोषणकारी नीतियों से नाराज होकर बैनर लगाया है। व्यापारी नरेन्द्र गोयनका की माने तो वह भाजपा के कट्टर सर्मथक हैं और हमेशा भाजपा को वोट देते हैं। इस व्यापारी ने भाजपा की नीतियों से परेशान होकर यह कदम उठाया है। व्यापारी का कहना हैं कि भाजपा सरकार में सबसे ज्यादा शोषण व्यापारी वर्ग का ही हो रहा है।
भाजपा के नाराज है व्यापारी वर्ग
व्यापारी नरेन्द्र गोयनका ने कहा कि नगर में पक्षपातपूर्ण तरीके से अतिक्रमण हटाओं अभियान चलाया गया। भाजपा सरकार के अधिकारियों ने पराग डेयरी के पीछे एक वर्ग विशेष के लोगों द्वारा किए गए अतिक्रमण को नहीं हटाया। यही नहीं प्रदूषण के नाम पर नगरपालिका कर्मचारियों ने व्यापारियों की दुकानों से पन्नी जब्त कर ले गए हैं। व्यापारियों का कहना है कि पन्नी पर रोक लगानी है तो सरकार पन्नी के उत्पादन पर रोक लगानी चाहिए। कहा कि खाद्य सुरक्षा अधिकारी आए दिन व्यापारियों का शोषण करते हैं। साथ ही कहा है कि जीएसटी से भी व्यापारियों का शोषण हो रहा है।
बैनर में कमल के फूल को उल्टा दिखाया गया
इस बात से नाराज होकर व्यापारी ने अपनी दुकान पर पर पार्टी विरोध बैनर टांग दिए हैं। बैनर में भाजपा के चुनाव चिन्ह कमल के फूल को उल्टा छापा गया है। वहीं, "कमल का फूल व्यापारियों की भूल, भाजपा वाले वोट मांगकर शर्मिन्दा न हो" बैनर पर लिखा हुआ हैं। बता दे कि व्यापारी द्वारा दुकान पर बैनर लगाने के बाद बैनर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
सुनने को तैयार नहीं भाजपा नेता
गुलावठी के भाजपा नगरध्यक्ष अनिल सिंहल ने बताया कि नगर पालिका परिषद की पक्षपात पूर्ण कार्यशैली से व्यापरी नरेन्द्र गोयनका नाराज है। पालिका पे पक्षपातपूर्ण अतिक्रमण हटाओं अभियान चलाकर व्यापारी को सरकार विरोधी बनाने का कार्य किया है। व्यापारी वर्ग चाहता है कि राज सरकार कार्य के दौरान संगठन के कार्यकर्ता अधिकारियों को रोकें, लेकिन जब भाजपा कार्यकर्ता अधिकारियों से वार्ता करते है तो वो सुनने को तैयार नही होते।
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