पिता DM के ड्राइवर, बेटा बना SDM, पांच नंबर कम पड़ने पर IAS बनने से चूके कल्याण सिंह की सक्सेस स्टोरी
SDM Sanjay Singh Success Story : जिला कलेक्टर की गाड़ी चलाने वाले ड्राइवर का ख्वाब था कि एक दिन बेटा भी अफसर बने। अब यह सपना पूरा हो गया। डीएम के ड्राइवर का बेटा एसडीएम बना है। UP PCS रिजल्ट 2022 में बाजी मारी है।
कल्याण सिंह मौर्या, 40वीं रैंक
यह सक्सेस स्टोरी है कि उत्तर प्रदेश के बहराइच के जिला कलेक्टर के ड्राइवर जवाहर लाल मौर्या के छोटे बेटे कल्याण सिंह मौर्या की, जिसने यूपी पीसीएस रिजल्ट में 40वीं रैंक हासिल कर SDM बनने में सफलता हासिल की। हालांकि यूपीएससी में पांच नंबर कम पड़ने के कारण कल्याण सिंह का आईएएस बनने का सपना पूरा नहीं हो सका था।
एनटीपीसी सोलापुर महाराष्ट्र में सहायक प्रबंधक के पद पर तैनात
मीडिया से बातचीत में जवाहर लाल मौर्या ने बताया कि बड़ा संजय सिंह एनआईटी प्रयागराज से बीटेक करने के बाद मल्टी नेशनल कंपनी में चीफ इंजीनियर बन गया। छोटा बेटा कल्याण अब एसडीएम बना है। अभी वह भी एनटीपीसी सोलापुर महाराष्ट्र में सहायक प्रबंधक के पद पर तैनात है।
प्रारंभिक शिक्षा बहराइच के नानपारा में हुई
कल्याण की भी प्रारंभिक शिक्षा बहराइच के नानपारा में हुई। इंटरमीडिएट की पढ़ाई बहराइच के सेवेंथ डे एडवेंटिस्ट कालेज से पूरी की। बीएससी बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से पूरी करने के बाद कल्याण सिंह ने कैमेस्ट्री से एमएससी की और फिर आईआईटी दिल्ली में दाखिला लिया।
बेटे की कामयाबी पर भावुक हुए जवाहर लाल
बेटे की कामयाबी पर भावुक हुए जवाहर लाल कहते हैं कि पांच साल पहले पत्नी का निधन हो गया। आज वह जिंदा होती तो बेटे की सफलता पर सबसे ज्यादा खुश होती। दोनों बेटों को काबिल बनाने में पत्नी का सबसे बड़ा योगदान था, मगर आज वह कामयाबी देखने के लिए मौजूद नहीं।