यूपी में सभी 4 लाख आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को स्मार्टफोन मिलेगा, राज्य सरकार का फैसला
लखनऊ, 8 जून: कोरोना के खिलाफ जारी अभियान में उत्तर प्रदेश में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं से राज्य सरकार को बड़ी मदद मिली है। अब योगी आदित्यनाथ सरकार ने अपने सभी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को स्मार्टफोन देने की तैयारी कर ली है। यूपी सरकार की ओर से जारी एक रिलीज में कोविड के खिलाफ अभियान में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की भूमिका की अहमियत का भी जिक्र किया गया है और कहा गया है कि स्मार्टफोन रहने से योजनाएं आसानी से लागू भी हो पाएंगी और उसमें पारदर्शिता भी रहेगी।
सभी
4
लाख
आंगवाड़ी
कार्यकर्ताओं
को
मिलेंगे
स्मार्टफोन
हिंदुस्तान
टाइम्स
के
मुताबिक
उत्तर
प्रदेश
के
मुख्यमंत्री
योगी
आदित्यनाथ
ने
एक
उच्चस्तरीय
बैठक
के
बाद
संबंधित
अधिकारियों
को
सभी
आंगनवाड़ी
कार्यर्ताओं
के
बीच
स्मार्टफोन
का
वितरण
सुनिश्चित
करने
को
कहा
है,
ताकि
ग्रामीण
इलाकों
में
महिला
और
बाल
कल्याण
जैसी
महत्वपूर्ण
योजनाओं
के
अमल
में
मदद
मिल
सके।
बता
दें
कि
यूपी
में
करीब
1-89
लाख
आंगनवाड़ी
सेंटर
हैं
और
इससे
करीब
4
लाख
कार्यकर्ता
जुड़ी
हुई
हैं।
राज्य
सरकार
की
ओर
से
जारी
रिलीज
में
कहा
गया
है
कि
कोविड-19
को
नियंत्रित
करने
वाले
यूपी
मॉडल
के
तहत
उन्होंने
काफी
अहम
भूमिका
निभाई
है।
इसके
मुताबिक,
'उनके
कार्यों
को
आसान
बनाने
के
लिए
मुख्यमंत्री
ने
मंगलवार
को
राज्य
की
सभी
आंगनवाड़ी
कार्यकर्ताओं
को
स्मार्टफोन
उपलब्ध
कराने
के
निर्देश
दिए
हैं।
'
योजना
के
अमल
में
पारदर्शिता
आने
की
उम्मीद
राज्य
सरकार
के
मुताबिक
महिला
और
बच्चों
से
जुड़ी
सभी
योजनाओं
का
डेटा
अब
आंगनवाड़ी
कार्यकर्ताओं
के
हाथों
में
रहेगा।
सरकार
की
ओर
से
कहा
गया
है
कि
वो
अपने
काम
में
स्मार्टफोन
का
अच्छे
से
इस्तेमाल
कर
सकें
इसके
लिए
उन्हें
प्रशिक्षित
भी
किया
जाएगा।
आधिकारिक
प्रवक्ता
के
अनुसार
इसके
परिणामस्वरूप
योजनाओं
को
लागू
करने
में
अधिकतम
पारदर्शिता
आएगी।
रिलीज
में
कहा
गया
है
कि
इससे
स्कीम
से
संबंधित
फैसले
रीयल-टाइम
डेटा
के
आधार
पर
लिए
जाएंगे,
जिसमें
कोई
देरी
नहीं
होगी
और
भ्रष्टाचार
की
आशंका
भी
बहुत
कम
हो
जाएगी।
इसके
अनुसार,
'स्मार्टफोन
मिल
जाने
के
बाद
ग्रामीण
इलाके
से
संबंधित
पोषण
और
बाल
कल्याण
समेत
विभिन्न
योजनाओं
को
ज्यादा
प्रभावी
तरीके
से
अमल
में
लाया
जा
सकेगा।'
'मुख्यमंत्री
बाल
सेवा
योजना'
की
शुरुआत
इस
बीच
मुख्यमंत्री
योगी
आदित्यनाथ
ने
कोविड
की
वजह
से
अपने
माता-पिता
को
खोने
वाले
बच्चों
और
जो
दूसरी
बीमारियों
से
पीड़ित
हैं
उनके
लिए
भी
'मुख्यमंत्री
बाल
सेवा
योजना'
की
भी
शुरुआत
की
है।
रिलीज
में
कहा
गया
है
कि
'स्मार्टफोन
जैसी
पहल
से
इन
योजनाओं
के
अमल
में
भी
सहायता
मिलेगी।'