राजभर के ' दो जातियां पीती हैं शराब' बयान पर अखिलेश यादव ने क्या कहा
लखनऊ: योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर अपने विवादित बयानों के कारण पार्टी के लिए मुसीबतें पैदा करते रहते हैं। कल वाराणसी में शराब पीने को लेकर जिस प्रकार से यादव और राजपूतों का नाम लिया, अब इसपर प्रतिक्रियायें आने लगी हैं। कल ओमप्रकाश राजभर ने कहा था कि यादव और राजपूत सबसे अधिक शराब का सेवन करते हैं क्योंकि ये इनका पुश्तैनी कारोबार है। वहीं सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इसपर हमला बोला है।
राजभर के बयान पर अखिलेश यादव का ट्वीट
अखिलेश यादव ने ट्वीट किया है, 'केवल शराब ही क्यों गांजा-चिलम, ताड़ी, तम्बाकू,चरस,अफ़ीम की पुड़िया और अहंकार के खिलाफ भी आंदोलन होने चाहिए। ये नशे भी तो आजकल खूब चल रहे हैं। नशा लोग करते हैं, कोई जाति नहीं। अखिलेश यादव का बयान राजभर के बयान के बाद आया है जिसमें यादव और राजपूत लोगों को कहा था कि ये लोग सबसे अधिक शराब का सेवन करते हैं।
केवल शराब ही क्यों गांजा-चिलम, ताड़ी, तम्बाकू, चरस, अफ़ीम की पुड़िया और अहंकार के ख़िलाफ़ भी आंदोलन होने चाहिए... ये नशे भी तो आजकल ख़ूब चल रहे हैं. नशा लोग करते हैं, कोई जाति नहीं. pic.twitter.com/5NaOW4gLHL
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) April 28, 2018
वाराणसी में कल ओमप्रकाश राजभर ने कहा था कि यादव और राजपूत सबसे अधिक शराब का सेवन करते हैं क्योंकि ये इनका पुश्तैनी कारोबार है। राजभर ने अन्य जातियों के लोगों द्वारा भी शराब का सेवन करने की बात कही थी। राजभर ने कहा था कि उनकी जाति के लोगों पर भी शराब अधिक पीने का आरोप लगता रहता है। बता दें कि ओमप्रकाश राजभर काफी समय से बिहार की तर्ज पर यूपी में भी शराबबंदी की मांग करते रहे हैं। राजभर कहते हैं कि शराबबंदी से देश और समाज का फायदा होगा।
इसके पहले राजभर ने प्रदेश के बीजेपी नेताओं पर हमला बोला था और कहा था कि यूपी में बीजेपी के लोग सरकार बनाकर अपना सीना ठोंक रहे हैं, ऐसा तभी हुआ जब प्रदेश की जनता समाजवादी पार्टी और बसपा से खुश नहीं थी। जनता ने हमें अच्छे कामों के लिए चुना है, लेकिन हमनें अभी तक जनता के लिए क्या अच्छा काम किया है? हो सकता है कि आने वाले समय में जनता को भाजपा से भी अच्छा कोई विकल्प मिल जाए।