Aditi Singh समय-समय पर कांग्रेस की करती रही है मुखालफत, जानें दोनों के बीच कब से बढ़ीं दूरियां
Aditi Singh समय-समय पर कांग्रेस की करती रही है मुखालफत, जानें दोनों के बीच कब से बढ़ीं दूरियां
लखनऊ, 25 नवंबर: आगामी विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस पार्टी को अपने ही गढ़ (रायबरेली) में बड़ा झटका लगा है। तो वहीं, उत्तर प्रदेश की राजनीति भी पूरी तरह से गरमा गई है। दरअसल, रायबरेली सदर सीट से विधायक अदिति सिंह ने कांग्रेस का हाथ छोड़ बीजेपी में शामिल हो गई हैं। बुधवार को अदिति सिंह ने बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव की मौजूदगी में बीजेपी का दामन थाम लिया। बता दें कि अदिति सिंह 2017 में विधानसभा चुनाव जीतने के बाद से ही पार्टी के विरोध में स्वर उठा रही थी। लेकिन करोना काल के समय अदिति सिंह के पार्टी विरोध में सवाल उठाने पर 21 मई 2020 को पार्टी से निलंबित कर दिया था। जब से अदिति सिंह के बीजेपी में जाने की अटकलें लगाई जाने लगी थी।
विधानसभा चुनाव जीतने के बाद से आईं थी दोनों के रिश्तों में खटास
कांग्रेस के टिकट पर अदिति सिंह ने 2017 में विधानसभा चुनाव लड़ा था और जीत दर्ज कराई थीं। लेकिन क्या आप जानते है कि अदिति सिंह और कांग्रेस पार्टी के रिश्तों के बीच खटास कब आईं। नहीं तो आज hindi.oneindia.com आपकों बताने जा रहा है। दरअसल, अदिति सिंह को रायबरेली सदर सीट से कांग्रेस का उम्मीदवार बनाने में प्रियंका गांधी का बड़ा रोल था। विधायक बनने के कुछ दिनों बाद ही कांग्रेस और अदिति सिंह के बीच खटास पैदा हो गई थी। समय-समय पर यह खटास अदिति सिंह ने भाजपा के समर्थन में बयान देकर जगजाहिर भी की। इसी का नतीजा रहा कि कांग्रेस और अदिति सिंह के बीच दूरियां बढ़ती रहीं। अदिति हमेशा सीएम योगी आदित्यनाथ के कार्यों की सरहाना करती रहीं।
आर्टिकल 370 हटाए जाने का अदिति सिंह ने किया था समर्थन
साल 2019 में आर्टिकल 370 हटाए जाने पर, जहां कांग्रेस नेता पीएम मोदी के खिलाफ नजर आ रहे थे। तो वहीं, अदिति सिंह ने खुलकर आर्टिकल 370 हटाए जाने का समर्थन किया था। उस वक्त अदिति सिंह ने ट्विटर पर अदिति सिंह ने हैशटैग आर्किटल 370 के साथ ट्वीट किया, 'युनाइटेड वी स्टैंड, जय हिंद', जिसपर एक यूजर ने पूछा कि आप तो कांग्रेसी हैं। यूजर के इस सवाल पर अदिति सिंह ने कहा, 'मैं एक हिंदुस्तानी हूं।' इतना ही नहीं, अदिति सिंह ने साल 2019 में ही, गांधी जयंती के मौके पर बुलाए गए यूपी विधानसभा सत्र में हिस्सा लिया और भाषण भी दिया। हालांकि, कांग्रेस ने इस सदन का बहिष्कार किया था। इसके बावजूद अदिति ने सदन में हिस्सा लिया और अपनी बात भी रखी थी।
बस मुहैया करने को बताया था क्रूर मजाक
कोरोना काल में प्रवासी श्रमिकों को बस मुहैया करने पर अदिति सिंह ने कांग्रेस पर हमला बोला था। अदिति सिंह ने बसों का फर्जीवाड़ा बताते हुए कहा था कि ये क्रूर मजाक है। इतना ही नहीं, उन्होंने पूछा था कि अगर बसें थीं तो राजस्थान, पंजाब महाराष्ट्र में क्यों नहीं लगाई?। इस दौरान अदिति सिंह ने सीएम योगी आदित्यनाथ की तारीफ भी कि थी। जिसके बाद कांग्रेस पार्टी ने अदिति सिंह पर एक्शन लेते हुए 21 मई 2020 को पार्टी से निलंबित कर दिया था।
सीएम योगी को बताया था राजनीतिक गुरु
सीएए-एनआरसी के विरोध के दौरान योगी आदित्यनाथ सरकार ने यूपी विधानसभा का स्पेशल सेशन बुलाया था। कांग्रेस ने इसका बहिष्कार किया था। तब अदिति सिंह ने न सिर्फ सत्र में हिस्सा लिया बल्कि वहां भाषण भी दिया। बीते साल जब अदिति सिंह की विधानसभा सदस्यता पर फैसला आया था तो उनके समर्थकों ने योगी आदित्यनाथ जिंदाबाद के नारे लगाए थे। इतना ही नहीं, अदिति सिंह ने कहा कि सीएम योगी से उन्होंने बहुत कुछ सीखा है, सीएम योगी ही उनके सियासी गुरु हैं और उन्हीं की वजह से वो हर जंग आसानी से लड़ पा रही हैं।
राहुल गांधी पर साधा था निशाना
राहुल गांधी के केरल में दिए गए बयान को लेकर पार्टी की बागी विधायक अदिति सिंह काफी भड़क गई थीं। उन्होंने कहा, 'जिस अमेठी ने आपको राजनीति सिखाई, आज उसके बारे में ऐसा कहना सही नहीं।' अदिति सिंह ने कहा कि जहां से आपके पूर्वजों को जीत मिली, सम्मान मिला उसी अमेठी के लिए इस तरह की बात करना गलत है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को इस मुद्दे पर अमेठी के लोगों से माफी मांगनी चाहिए।
लड़की हूं लड़ सकती हूं नारे पर तंज
प्रियंका गांधी वाड्रा के 'लड़की हूं, लड़ सकती हूं' नारे पर भी अदिति ने तंज कसा। उन्होंने कहा कि सबसे पहले वह अपने निजी सचिव संदीप सिंह पर अपना पक्ष मजबूत करें। उन पर छेड़छाड़ का केस दर्ज हुआ है। यूपी चुनाव में 40 फीसदी टिकट महिलाओं को देने के प्रियंका के फैसले पर अदिति ने कहा वह सिर्फ लॉलीपॉप बांट रही हैं।
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