उज्जैन: सावन में कुछ ऐसी रहेगी महाकाल दर्शन की व्यवस्था, श्रद्धालुओं को इन नियमों का रखना होगा ध्यान
उज्जैन, 5 जुलाई: धार्मिक नगरी उज्जैन में स्थित विश्व प्रसिद्ध बाबा महाकाल के दर्शन करने देश की नहीं बल्कि विदेश से भी श्रद्धालु आते हैं। श्रद्धालुओं की संख्या सावन माह में और अधिक बढ़ जाती है, क्योंकि इस माह में भगवान शिव की पूजा का अपना अलग महत्व है। हर साल सावन माह में महाकाल मंदिर में पूजन अर्चन करने और बाबा महाकाल का दर्शन करने बड़ी संख्या में श्रद्धालु उज्जैन पहुंचते हैं। यही कारण है कि अक्सर सावन माह के दौरान मंदिर परिसर में अत्यधिक भीड़ हो जाती है, जहां हर बार की तरह इस बार भी भीड़ को नियंत्रित करने और श्रद्धालुओं को व्यवस्थित रूप से बाबा महाकाल के दर्शन कराने के लिए मंदिर प्रबंध समिति ने कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं।
आधे घंटे में मिलेगा बाबा के दर्शन का लाभ
भगवान महाकालेश्वर के दर्शन के लिए लाइन में लगने वाले श्रद्धालुओं को इस बार सावन में खास व्यवस्था का लाभ मिलेगा, जहां इस बार सावन माह में श्रद्धालु महज आधे घंटे के अंदर बाबा महाकाल के दर्शन लाभ प्राप्त कर सकेंगे। इसे लेकर मंदिर प्रबंध समिति ने विशेष व्यवस्था की हुई है। साथ ही मंदिर प्रबंध समिति ने सावन में भक्तों को बाबा महाकाल के जल्द दर्शन मिल सके, इसको लेकर खास प्लान भी तैयार किया है।
सावन मास में दर्शन की रहेगी ऐसी व्यवस्था
मंदिर प्रबंधन समिति के अध्यक्ष और कलेक्टर आशीष सिंह ने बैठकों में चर्चा के दौरान इस बार सावन माह में चलायमान दर्शन व्यवस्था रखने और शीघ्र दर्शन की बात रखी थी। साथ ही गर्भ गृह में हर बार की तरह इस बार भी सावन मास के दौरान किसी को भी प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
परंपरागत मार्ग से निकलेगी बाबा महाकाल की सवारी
महाकाल मंदिर परिसर में पिछले कई दिनों से महाकाल कॉरिडोर का काम जारी है, जहां इसको लेकर अलग-अलग तरह के विकास कार्य मंदिर परिसर में किए जा रहे हैं। इस बार परंपरागत मार्ग से बाबा महाकाल नगर भ्रमण पर निकलेंगे, जिसको लेकर विशेष तैयारियां की गई है। गौरतलब है कि बाबा महाकाल की सवारी के दौरान बड़ी संख्या में भक्त उनके दर्शन के लिए पहुंचते हैं।
इस दिन से होगी सावन माह की शुरूआत
इस बार सावन माह का पर्व 14 जुलाई से शुरू हो रहा है, जहां इस पर्व का पहला सोमवार 18 जुलाई को तो वहीं अंतिम सोमवार 12 अगस्त को रहेगा। सावन के प्रत्येक सोमवार पर बाबा महाकाल प्रजा का हाल जानने निकलेंगे, जहां वे चांदी की पालकी में विराजमान होकर भक्तों को दर्शन देंगे। इस बार श्रावण और भादौ मास की सवारियां मिलाकर कुल 6 सवारियां निकलेंगी।
ये भी पढ़े- Weather update: लो भैया, अब होगी MP के इस जिले में झमाझम बारिश, अलर्ट जारी