मिलिए एक दुर्लभ ब्लड डोनर पॉल एमजे से, जिन्होंने रक्तदान कर बचाई कई लोगों की जिंदगी
बहुत समय पहले, चेरथला के पॉल एमजे को एक ऐहसास हुआ था। उन्होंने महसूस किया कि यदि वो अपना दुर्लभ ब्ल्ड (O negative) दान करेंगे तो इससे कई लोगों का जीवन बदल सकता है।
तिरुवनंतपुरम, 15 जून। बहुत समय पहले, चेरथला के पॉल एमजे को एक ऐहसास हुआ था। उन्होंने महसूस किया कि यदि वो अपना दुर्लभ ब्ल्ड (O negative) दान करेंगे तो इससे कई लोगों का जीवन बदल सकता है। फिर क्या था इस विचार के बाद पॉल ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और रक्तदान करने की राह पर निकल गये। 60 की उम्र पार कर चुके पॉल देश के अलग-अलग राज्यों में जाकर अपना रक्त दान कर अब तक 79 लोगों की जिन्दगी बचा चुके हैं।
पॉल ने कहा, 'मैं 60 साल की उम्र तक हर तीन महीने में रक्तदान करता था। हालांकि मैं किसी भी तरह की बीमारी से पीड़ित नहीं हूं, लेकिन इस उम्र के बाद डॉक्टर रक्त दान करने के लिए मना करते हैं। फिर भी मैं जरूरतमंदों की मदद करने की पूरी कोशिश करता हूं।' रक्तदान के महत्व के बारे में जागरूकता देने के अलावा, पॉल ने नेगेटिव नामक एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया है जिसमें दुर्लभ रक्त प्रकार वाले सदस्य हैं। पॉल और उनकी टीम जरूरतमंद लोगों की समय समय पर मदद करती है।
यहां से जिंदगी ने लिया मोड़
पाल ने कहा लगभग 30 साल पहले मैं खूब शराब पीता था। मेरी शराब की लत से मेरा परिवार प्रभावित हो रहा था। मेरी पत्नी, जोनम्मा, मेरी तीन साल की बेटी के साथ एक बार घर से चली गई थी। हालांकि उनके जीवन में टर्निंग प्वाइंट तब आया जब उन्हें इसकी बेहद कम उम्मीद थी। वह कहते हैं, 'मैं अलाप्पुझा में ड्राइवर के रूप में काम कर रहा था। एक दिन, मैं लगभग 20 तीर्थयात्रियों के साथ सबरीमाला की ओर जा रहा था और मैं नशे में था। तभी वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गया हालांकि गाड़ी में बैठे सभी यात्री एकदम सुरक्षित थे, मैंने अपनी नौकरी खो दी। उस दिन के बाद से मैंने शराब पीना छोड़ दिया और एक नया जीवन शुरू करने का फैसला किया।'
जल्द ही, पॉल ने एक मछली वितरक के लिए एक ड्राइवर के रूप में काम करना शुरू कर दिया। उन्होंने याद करते हुए कहा, 'मेरी एक सहकर्मी अपनी ओ-नेगेटिव दादी के ऑपरेशन के लिए रक्तदाता की तलाश में थी। मैंने आगे आकर उसकी मदद की। ऑपरेशन सफल रहा और उस परिवार की खुशी ने मुझे बहुत संतुष्टि दी। मैंने तभी से डोनर बनने का फैसला किया।' पॉल ने अपने परिवार के साथ सुलह कर ली और बेहतर नौकरी की तलाश शुरू कर दी, केएसआरटीसी में ड्राइवर के रूप में थोड़े समय तक नौकरी करने के बाद उन्होंने केएसईबी ज्वॉइन कर ली। साल 2015 में केएसईबी से रिटायरमेंट लेने के बाद पॉल ने अपना पूरा जीवन रक्त दान करने और इसके प्रति लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए समर्पित कर दिया।
ब्लड डोनर के रूप में अपनी सेवाएं देने के लिए पॉल को अलाप्पुझा जिले में सर्वश्रेष्ठ रक्त दाता से सम्मानित किया गया है और राज्य सरकार द्वारा राज्य के सात सर्वश्रेष्ठ रक्त दाताओं में से एक के रूप में सम्मानित भी किया गया है। पॉल का मानना है कि रक्तदान करने से भी स्वस्थ रहने में मदद मिलती है।
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एक अन्य घटना को याद करते हुए पॉल ने कहा कि मैं एक बार एक ऐसे बच्चे से मिला था जिसे पैदा हुए एक ही दिन हुआ था। उसे तत्काल ऑपरेशन के लिए 100 एमएल रक्त की जरूरत थी। मैंने रक्तदान किया और उसकी जान बच गई। वह बच्ची अभी 17 साल की है और मुझे हमेशा अपने जन्मदिन पर आमंत्रित करती है।