मिल में मजदूरों से 4.70 लाख लूटने के 21 साल बाद हत्थे चढ़ा डकैत, पुलिस देख रह गया भौंचक्का
सूरत. गुजरात में सूरत स्थित सचिन थानाक्षेत्र की एक मिल में मजदूरों को बंधक बना कर एक डकैत ने 4.70 लाख की लूट मचाई थी। इस वारदात के 21 साल बाद वह डकैत पुलिस की क्राइम ब्रांच ने पकड़ा है। आरोपी की पहचान रामसागर उर्फ अजय पाल (48) के रूप में हुई है। वह मूलत: उत्तरप्रदेश में अयोध्या जिले के भांगीपुर गांव का निवासी है। इन दिनों वह सचिन हाउसिंग बोर्ड के गोकुलनगर में रह रहा था।
जानकारी के अनुसार, वर्ष 1999 में रामसागर उर्फ अजय पाल ने अपने साथियों सुनील जयस्वाल, जीतेन्द्र प्रसाद, अजय बंगाली, मोहम्मद निजाम, शंकर महापात्र व दो अन्य के साथ मिलकर सचिन जीआइडीसी क्षेत्र की एक जस्मिन सिल्क मिल में डकैती डाली थी। वह इसी मिल में काम करता था। 22 जनवरी 1999 के दिन उन्होंने मिलकर सुरक्षाकर्मी को पीटा था। उसे बंधक बना दिया था और फिर मिल में कार्यरत अन्य श्रमिकों को भी एक कमरे में बंद कर दिया था। इसके बाद मिल के कार्यालय में रखे 4 लाख 70 हजार रुपए नकद लूट कर फरार हो गए थे।
वर्ष 199 की उक्त घटना के इस संबंध में मामला दर्ज होने पर पुलिस ने अजय, निजाम व सुनील को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन रामसागर फरार हो गया था। मुखबिर से उसके सूरत लौटने की सूचना मिली। जिसके बाद दो दशक बीतने के बाद भी क्राइम ब्रांच ने उसे कनकपुर-कनसाड रोड स्थित रेलवे गरनाले के पास से गिरफ्तार कर लिया। प्राथमिक पूछताछ में उसने बताया कि घटना के बाद वह मुंबई भाग गया था। कुछ समय वहां रहने के बाद मध्यप्रदेश चला गया था। फिर अलग-अलग स्थानों पर समय बिताने के बाद कुछ समय पूर्व सूरत लौट आया था। उसे यह अंदाजा ही नहीं था कि, इतने बरसों बाद भी वह पकड़ा जाएगा। पुलिस को देख वह भौंचक्का रह गया।