'मुझसे कपड़े और जूते साफ कराता था', वसीम अकरम ने बताया किस पाक कप्तान ने नौकरों की तरह ट्रीट किया
पाकिस्तानी क्रिकेटर कई मौके पर एक दूसरे को धोने का कोई मौका नहीं छोड़ते। कहावत है कि जब दोस्त ऐसा हो तो दुश्मन की जरूरत किसको है और यह बात पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के कई खिलाड़ियों पर फिट बैठ जाती है। बेहद प्रतिभाशाली खिलाड़ियों से लैस पाकिस्तान क्रिकेट टीम हमेशा एक विवादित टीम भी रही और आज भी पीसीबी में कई कॉन्ट्रोवर्सी चलती रहती है। पाकिस्तानी टीम के खिलाड़ियों में कई बार एकजुटता का अभाव भी माना जाता है और वह एक दूसरे के खिलाफ बात करने से पीछे भी नहीं हटते। (Photo- Wasim Akram Instagram)
सलीम मलिक ने बहुत फायदा उठाया
ऐसे ही पाकिस्तान के महान तेज गेंदबाज रहे वसीम अकरम ने खुलासा किया है कि उनको अपने पूर्व कप्तान सलीम मलिक के द्वारा बड़ा बेइज्जत किया गया। अकरम ने बताया कि उनके खेलने के शुरुआती दिन थे और पाकिस्तानी क्रिकेट टीम में उनके जूनियर स्टेटस का सलीम मलिक ने बहुत फायदा उठाया। अकरम ने यह सब बातें अपनी बायोग्राफी में कहीं है जहां पर वे लिखते हैं कि जब पाकिस्तान की टीम विदेशी दौरों पर जाती थी तो सलीम मलिक कई मौके पर उनसे नौकरों जैसा बर्ताव करते। वे नेगेटिव और स्वार्थी भी थे। उनकी डिमांड होती थी कि मैं उनकी मसाज करूं। मैं उनके कपड़े और जूतों को साफ करूं। टीम के युवा खिलाड़ी जैसे कि रमीज, ताहिर, मोहसिन और शोएब मोहम्मद मुझे नाइटक्लब्स में बुलाते थे तो फिर गुस्सा आता था।
सलीम मलिक भी पलटवार में माहिर
सभी जानते हैं कि अकरम और मलिक ने लंबे समय तक एक दूसरे के साथ खेला लेकिन ऐसा लगता है कि वे हमेशा बढ़िया दोस्त नहीं रहे। पाकिस्तानी लीजेंड ने मलिक की कप्तानी में 1992 के बीच में 12 टेस्ट मुकाबलों में 7 मैच जीते और वनडे में भी 31 मुकाबले में 21 जीत दर्ज की जो काफी अच्छा आंकड़ा है। वैसे तो सलीम मलिक भी पलटवार में माहिर हैं और उनका कहना है कि गलती वसीम अकरम और वकार युनिस की है जो उनके साथ सही बर्ताव नहीं करते थे। 2000 में मैच फिक्सिंग के आरोपों की जकड़ में आने के बाद मलिका का करियर वहीं रुक गया।
(फोटो सौजन्य- ट्विटर)
मेरे बारे में ऐसी बातें क्यों कही
मलिक आज भी झुकने को तैयार नहीं हैं और खुलकर बात करना चाहते हैं। उनका कहना है कि अकरम खुद ही कप्तानी करना चाहते थे इसलिए यह सब बातें हो रही हैं। उन्होंने अपने डिफेंस में कुछ बातें कही हैं जहां वे कहते हैं कि मैं वसीम अकरम से बात करने की कोशिश कर रहा हूं लेकिन वे फोन कॉल का जवाब नहीं दे रहे हैं। उनसे पूछ लूंगा कि उन्होंने ऐसा क्यों किया। अगर मैं तंग दिमाग का इंसान होता तो मैं उनको गेंदबाजी करने का मौका ही नहीं देता। इसलिए मैं उनसे पूछूंगा कि उन्होंने मेरे बारे में ऐसी बातें क्यों कहीं हैं।