बिग बैश में खेलने वाला पहला पुरुष भारतीय क्रिकेटर बना ये खिलाड़ी, कभी कोहली से होती थी तुलना
नई दिल्लीः उनमुक्त चंद ने भारत में क्रिकेट से अपना बोरिया बिस्तर बांधकर पहले अमेरिका का रुख किया और अब वे ऑस्ट्रेलिया पहुंच गए हैं। जाहिर तौर पर उन्मुक्त मौजूद समय में क्रिकेट को लेकर तमाम तरह की प्राइवेट संभावनाएं भुना रहे हैं। वे ऑस्ट्रेलिया की घरेलू लीग बिग बैश में भाग लेने वाले पहले भारतीय क्रिकेटर बन गए हैं। यह तो साफ है ही कि बीसीसीआई अपने किसी अनुबंधित खिलाड़ी को आईपीएल के अलावा कहीं और खेलने की छूट नहीं देता।
भारतीय क्रिकेट को अलविदा कहने वाले चंद की नजरें बड़े़ क्रिकेट देशों में खेलकर अपनी प्रतिभा के बदले ज्यादा से ज्यादा रिटर्न पाने पर हैं। उनको बिग बैश लीग के 2021-22 सीजन में मेलबर्न रेनगेड्स टीम ने साइन किया है।
कुछ दिनों पहले ही उन्होंने फ्रेंचाइजी पर ताना मारा था जिसने उनको अभी तक एक भी मैच खेलने का मौका नहीं दिया था। उन्होंने कहा था मेलबर्न में आकर उनको छुट्टियां बिताने जैसा ज्यादा लग रहा है।
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एक हफ्ते बाद, रेनेगेड्स ने यह आधिकारिक कर दिया कि वे दिल्ली के बल्लेबाज का डेब्यू करा रहे हैं। मेलबर्न के डॉकलैंड्स स्टेडियम में होबार्ट हरिकेंस के साथ अपनी टीम के मुकाबले से पहले उन्मुक्त ने अपनी टोपी प्राप्त की। वह ऑस्ट्रेलिया के सीमित ओवरों के कप्तान आरोन फिंच के नेतृत्व में मैदान में उतरेंगे।
उन्मुक्त ने भारत ए टीम का नेतृत्व भी किया था, लेकिन उनको कभी भी सीनियर भारतीय टीम में खेलने का मौका नहीं मिला। हालांकि, उन्होंने तीन आईपीएल फ्रेंचाइजी - मुंबई इंडियंस, दिल्ली डेयरडेविल्स और राजस्थान रॉयल्स का प्रतिनिधित्व किया था। उनका घरेलू करियर एक दशक से अधिक समय तक चला, जिसके दौरान उन्होंने 67 प्रथम श्रेणी के खेल खेले, जिसमें उन्होंने 3379 रन बनाए और 120 लिस्ट ए मैचों में 4500 से अधिक रन बनाए।
वह अंडर -19 विश्व कप 2012 के दौरान चर्चा में आए, जहां उन्होंने भारत को खिताबी जीत दिलाई। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फाइनल में नाबाद 111 रन बनाकर प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार जीता। इस जीत ने उन्हें आईपीएल तक पहुंचाया, लेकिन वे किसी भी फ्रेंचाइजी के लिए अपनी जगह पक्की नहीं कर सके क्योंकि उनका प्रदर्शन निरंतर नहीं रहा। आखिरकार, वह अवसरों की तलाश में संयुक्त राज्य अमेरिका चले गए।