सचिन तेंदुलकर ने कहा- विराट का दिया तोहफा जिंदगी भर याद रहेगा, वो उनके पिता का धागा था
नई दिल्ली, 18 फरवरी: विराट कोहली को सचिन तेंदुलकर का असली उत्तराधिकारी माना जाता है। दोनों ही खिलाड़ी विशुद्ध बल्लेबाज है दोनों ही दाएं हाथ से बैटिंग करते हैं और सचिन की तरह विराट भी अकेले दम पर किसी भी मैच को पलटने की काबिलियत रखते हैं। इन दोनों खिलाड़ियों ने अपनी मैच विजेता क्षमता का परिचय बहुत लंबे समय तक दिया है जिसके चलते दोनों की महानता के बीच तुलना भी होती है। फिलहाल विराट कोहली एक खराब दौर से गुजर रहे हैं क्योंकि वह 2019 से लेकर अब तक कोई इंटरनेशनल सेंचुरी नहीं लगा पाए हैं लेकिन इसके बावजूद क्रिकेट के सभी फॉर्मेट में उनका रिकॉर्ड आज भी शानदार है।
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सचिन और विराट में बेहतर क्रिकेटर कौन है?
हालांकि सचिन तेंदुलकर के कई सारे रिकॉर्ड बहुत जल्दी नहीं टूटने वाले हैं लेकिन विराट कोहली से इन रिकॉर्ड के करीब जाने और उनमें से कई रिकॉर्ड को तोड़ने की भी उम्मीद है। कई फैंस सचिन तेंदुलकर को आज भी सबसे महान बताते हैं तो वहीं युवा फैंस विराट कोहली को चुनते हैं। ऐसे में जब सचिन तेंदुलकर से खुद यह सवाल पूछा गया कि उनमें और कोहली में कौन महान है तो उन्होंने इसका डिप्लोमेटिक जवाब दिया। सचिन ने अमेरिकन जर्नलिस्ट ग्रहम बेनसिंगर से यूट्यूब चैनल पर बातचीत करते हुए पूछा- सचिन और विराट में बेहतर क्रिकेटर कौन है?
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कभी नहीं भूलंगा कोहली का वह गिफ्ट-
इसी बीच सचिन तेंदुलकर ने इस बात का भी खुलासा किया है कि जब वे अपना 200वां टेस्ट मैच और इंटरनेशनल क्रिकेट का आखिरी मुकाबला खेल रहे थे तो विराट कोहली ने ड्रेसिंग रूम में आकर उनको अपने पिता के द्वारा दिए गए धागे को दिया था। यह पवित्र धागा था और कोहली ने सचिन तेंदुलकर को वह भेट कर दिया। सचिन कहते हैं कि मैंने कुछ समय तक वह धागा अपने पास रखा और फिर विराट को वापस कर दिया क्योंकि वह उन्हीं की प्रॉपर्टी था।
सचिन ने याद किया वह पल-
सचिन कहते हैं कि विराट द्वारा दिया गया यह तोहफा उनको जिंदगी भर याद रहेगा और उनके साथ हमेशा एक भावनात्मक पल के तौर पर जुड़ा रहेगा। तेंदुलकर ने कहा, "तो मैं एक कोने में बैठा था, सिर पर एक तौलिया था और मैं वास्तव में भावुक था। उस समय विराट मेरे पास आए थे और मुझे वह पवित्र धागा दिया था जो उनके पिता ने उन्हें दिया था। मैंने उसे थोड़ी देर के लिए रखा और उसे लौटा दिया और कहा कि यह तुम्हारी संपत्ति है, और मैंने उनको ये वापस दे दिया। वह एक भावनात्मक क्षण था और कुछ ऐसा जो हमेशा मेरी याद में रहेगा।"
सचिन तेंदुलकर ने भारत के लिए अपना आखिरी टेस्ट मैच वेस्टइंडीज के खिलाफ नवंबर 2013 में खेला था।