पंत ने फिर बोली वही बात, पर इस बार मिली विजय, कप्तानी में पहली जीत पर ऋषभ ने जताई दो ख्वाहिश
विशाखापत्तनम, 15 जून: ऋषभ पंत को आखिरकार अपनी कप्तानी में पहली जीत मिल गई है। केएल राहुल के चोटिल होने के बाद टीम इंडिया के कप्तान बनाए गए ऋषभ पंत दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शुरुआती दो मुकाबलों में बतौर कप्तान जूझते हुए नजर आए। उनकी कप्तानी की आलोचना भी हुई और जब भारत विशाखापट्टनम में 14 जून की रात मुकाबला खेल रहा था तो वह करो या मरो का था। लेकिन इस बार पंत को कप्तानी में पहली जीत मिल गई जिससे वह खुश है।
ऋषभ पंत नहीं चल पाए
भारत ने इस मुकाबले में पहले बैटिंग करते हुए 179 रनों का स्कोर खड़ा किया था जिसके जवाब में दक्षिण अफ्रीका की टीम 131 रनों पर ही ढेर हो गई। हालांकि ऋषभ पंत नहीं चल पाए लेकिन ओपनिंग बल्लेबाजों ने अच्छा प्रदर्शन करके दिखाया। इसके बाद हार्दिक पांड्या ने फिनिशिंग की और ऐसा लगता है कि भारत को दिनेश कार्तिक से भी बेहतर फिनिशर इंटरनेशनल लेवल पर मिलने लगा है।
यही बात है जो उन्होंने कटक में हुए दूसरे भी कही थी
कप्तानी में पहला मैच जिताने वाले पंत बल्लेबाजी में असफल रहे और उन्होंने 8 गेंदों पर 6 रन बनाए। कुछ इसी तरह का आंकड़ा डीके के लिए रहा। कुछ बड़े बल्लेबाजों के नहीं चलने की वजह से भारत अपने टारगेट को पूरा करने में थोड़ा कम रह गया यह बात मैच के बाद पंत ने की है। उनका कहना है कि, हम 15 रन कम रह गए।
और यही बात है जो उन्होंने कटक में हुए दूसरे भी कही थी। तब भारत को हार मिली थी लेकिन इस बार टीम इंडिया को 48 रनों की जीत मिली है।
भारत में स्पिनर एक बड़ा रोल निभाते हैं
पंत ने गेंदबाजों की सराहना की जिन्होंने प्रोटियाज को सस्ते में समेट दिया और कहा, हम 15 रन कम रह गए लेकिन हम इसके बारे में नहीं सोच रहे थे। गेंदबाजों ने हमारे लिए अच्छा काम किया है। भारत में स्पिनर एक बड़ा रोल निभाते हैं और इस बार उन पर दबाव था। जब वे ऐसी बोलिंग करते हैं जैसे उन्होंने इस मैच में की तो बड़ी चीजें घटित होती है।
आपको बता दें इस मुकाबले में वापसी करते हुए चहल ने 4 ओवर में केवल 20 रन दिए और 3 विकेट हासिल किए, जबकि अक्षर पटेल ने 4 ओवर में 28 रन देकर एक विकेट लिया।
जीत के बाद दो ख्वाहिश जताई
पंत ने आगे कहा, जब ओपनर अच्छी शुरुआत करते हैं तो नए बल्लेबाज के लिए तुरंत उसी अंदाज में आकर बल्लेबाजी करना मुश्किल होता है। हमने बहुत ज्यादा विकेट गवाएं। हम अगले मैच में इसमें सुधार करने की और देखेंगे। हम यह भी सुनिश्चित करना चाहेंगे कि इस तरह के बड़े अंतर से जीत हासिल करते रहे।
इस तरह से ऋषभ पंत ने अपनी पहली कप्तानी जीत के बाद दो ख्वाहिश जताई हैं- जिसमें वे बल्लेबाजी में सुधार देखना चाहते हैं, और दूसरे, जीत के अंतर को बड़ा ही रखना चाहते हैं।