Azadi ka Amrit Mahotsav: आजाद भारत ने क्रिकेट में हासिल कीं यह खास उपलब्धियां, पढ़कर आपको भी होगा गर्व
देश को आजादी मिले 75 साल पूरे होने वाले हैं। ऐसे में भारत अपनी आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है।
नई दिल्ली, 13 अगस्त: देश को आजादी मिले 75 साल पूरे होने वाले हैं। ऐसे में भारत अपनी आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। इस महोत्सव के चलते देश में कई तरह के आयोजन किए जा रहे हैं। आजादी के 75 साल पूरे होने के मौके पर आम से लेकर खास तक हर कोई इसके जश्न में डूबा हुआ है। इस खास मौके पर भारत सरकार की ओर से हर घर तिरंगा अभियान भी चलाया जा रहा है, देशभर में इसका असर देखने को मिल रहा है। बीते 75 सालों में देश ने हर क्षेत्र में कई उपलब्धियां हासिल की हैं। तकनीक से लेकर खेल और विज्ञान में भारत ने अपना लोहा मनवाया है। बीते 75 सालों में क्रिकेट भारत ने कई कीर्तिमान स्थापित किए हैं। आइए जानते हैं क्रिकेट के क्षेत्र में भारत की उपलब्धियों के बारे में...
ये भी पढ़ें: एशिया कप से पहले सूर्यकुमार यादव ने खरीदी Mercedes-Benz GLE Coupe, करोड़ों में है कीमत
पहली बार जीती टेस्ट सीरीज
भारत ने आजादी से पहले ही 1931-32 में टेस्ट क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था। टीम इंडिया को पहली जीत 1952 में मिली थी। चेन्नई में खेले गए इस मैच में इंडिया ने इंग्लैंड को मात दी थी। लेकिन टेस्ट सीरीज जीतने के लिए आजाद भारत को लंबा इंतजार करना पड़ा था। अजीत वाडेकर की कप्तानी में भारत ने साल 1971 में इंग्लिश सरजमीं पर ही इंग्लैंड को टेस्ट सीरीज में हराया था। तीन मैचों की इस सीरीज को भारत ने 1-0 से अपने नाम किया था।
1983 में विश्वविजेता बनी
25 जून 1983 को भारतीय टीम ने इतिहास रच दिया था। कपिल देव की कप्तानी में भारत ने वनडे विश्वकप का खिताब अपने नाम किया था। फाइनल मुकाबले में भारत ने उस दौर की सबसे मजबूत टीमों में से एक वेस्टइंडीज को मात दी थी। लॉर्ड्स के मैदान पर खेले गए फाइनल मुकाबले में टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने ऑलआउट होकर 183 रन बनाए थे। जवाब में विंडीज टीम 140 रन पर ढेर हो गई थी। मोहिंदर अमरनाथ और मदन लाल ने फाइनल में 3-3 विकेट अपने नाम किए थे।
2007: पहला टी20 विश्वकप जीता
साल 2007 में क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मेट यानी की टी20 विश्वकप का आयोजन हुआ। महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में भारत ने पहले ही सीजन में खिताब अपने नाम किया। फाइनल में भारत का सामना पाकिस्तान से हुआ। आखिरी ओवर तक चले इस रोमांचक मुकाबले में श्रीसंत ने मिस्बाह उल हक का कैच लपककर भारत को जीत दिलाई थी। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने 20 ओवर में 5 विकट खोकर 157 रन बनाए थे। जवाब में पाकिस्तानी टीम 152 रनों पर सिमट गई थी।
2011 विश्वकप वनडे विश्वकप
2011 वनडे विश्वकप के फाइनल में महेंद्र सिंह धोनी का लगाया मैच विनिंग सिक्स हर भारतीय के जहन में आज भी तरोताजा होगा। फाइनल मुकाबले में भारत श्रीलंका को 6 विकेट से हराकर विश्वविजेता बनी थी। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए श्रीलंका ने 6 विकेट खोकर 274 रन बनाए थे। जवाब में भारत ने 48.2 ओवर में 277 रन बनाकर इतिहास रच दिया था। निर्णायक मुकाबले में वीरेंद्र सहवाग 0 पर तो सचिन तेंदुलकर 18 रन पर आउट हो गए थे, लेकिन इसके बाद गौतम गंभीर और एमएस धोनी ने शानदार बल्लेाबाजी की। धोनी ने 79 गेंदों पर नाबाद 91 रन की पारी खेली थी।