Shaheed Saraj Singh : तिरंगे में लिपटकर घर आया फौजी बेटा, मां बोलीं- बेटे की शहादत पर गर्व
शाहजहांपुर, 14 अक्टूबर: जम्मू-कश्मीर के पुंछ सेक्टर में हुए आतंकवादी हमले में शहीद हुए सिपाही सरज सिंह का पार्थिव शरीर आज यूपी के शाहजहांपुर में उनके आवास पर पहुंचा। शहीद के अंतिम दर्शन करने के लिए गांव में लोगों का सैलाब उमड़ पड़ा। अपने बेटे के खोने पर शोक व्यक्त करते हुए सरज सिंह की मां परमजीत कौर ने कहा कि उन्हें अपने बेटे पर बहुत गर्व है, जिन्होंने देश की सेवा करते हुए अपना जीवन खो दिया।
यूपी के शाहजहांपुर के रहने वाले थे शहीद सरज सिंह
26 साल के सरज सिंह यूपी के शाहजहांपुर के रहने वाले थे। उनका घर बंडा क्षेत्र के अख्तियारपुर धौकल गांव में है। वह तीन भाइयों में सबसे छोटे थे। सरज सिंह वर्ष 2016 में सेना की 11 सिख रेजीमेंट में भर्ती हुए थे। इन दिनों पर 16 आरआर रेजीमेंट के तहत कश्मीर के स्वर्णकोट में तैनात थे। उनके दोनों बड़े भाई गुरप्रीत सिंह, सुखबीर सिंह भी सेना में है और कश्मीर में ही तैनात हैं। पिता का नाम विचित्र सिंह और मां परमजीत कौर हैं। दोनों भाइयों को सरज की शहादत पर फक्र है। वहीं, अपने छोटे और प्यारे भाई को खोने का एक दुख भी है।
दो साल पहले हुई थी सरज की शादी
सरज सिंह की शादी दिसंबर 2019 में हरदोई की रजविंदर कौर के साथ हुई थी। उनके अभी कोई संतान नहीं है। वह बीते जुलाई महीने में छुट्टी लेकर घर आए थे। इसके बाद वह ड्यूटी पर लौट गए थे। मुठभेड़ से कुछ घंटों पहले रविवार (10 अक्टूबर) शाम सरज ने फोन पर परिवार के सभी सदस्यों का हालचाल जाना था और बताया था कि वह भी ठीक हैं।
पत्नी से आखिरी बार बातचीत में कही थी ये बात
सरज ने अपनी शहादत के कुछ ही घंटों पहले फोन पर अपनी पत्नी से बात की थी। सरज ने फोन पर बातचीत के दौरान पत्नी से कहा कि वो सोने जा रहे हैं, बहुत नींद आ रही है। तब तक किसी को नहीं पता था कि वह यह बातचीत आखिरी बातचीत होगी। अगली सुबह 11 अक्टूबर को जब सारज सिंह के शहीद होने की खबर मिली तो परिवार को पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा।
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