जानिए, कौन हैं रामपुर के नवाब काजिम अली खां, हलफनामे में दर्शाई 300 करोड़ की चल-अचल संपत्ति
जानिए, कौन हैं रामपुर के नवाब काजिम अली खां, हलफनामे में दर्शाई 300 करोड़ की चल-अचल संपत्ति
रामपुर, 27 जनवरी: देश की आजादी के बाद भले ही नवाबी दौर खत्म हो गया हो, लेकिन रामपुर की सियासत में नवाब खानदान का दबदबा काफी लंबे वक्त तक रहा है। पहले नवाब जुल्फिकार अली खां, फिर उनकी पत्नी बेगम नूरबानो। अब उनके बेटे और पूर्व मंत्री नवाब काजिम अली खां उर्फ नवेद मियां भी लगातार पांच बार विधायक बने। एक बार तो उन्होंने विधायक बनने के 11 दिन बाद ही इस्तीफा दे दिया था। नवाब काजिम अली खां उर्फ नवेद मिया कांग्रेस के टिकट पर एक बार फिर रामपुर सीट से चुनावी मैदान में है। आइए जानते है नवेद मिया पर कितनी हैं चल-अचल संपत्ति?
कौन हैं रामपुर के नवाब नवेद मियां उर्फ काजिम अली खां
नवाब काजिम अली खां उर्फ नवेद मियां, पांच बार सांसद रहे नवाब जुल्फिकार अली खां और बेगम नूरबानो के बेटे हैं। नवाब काजिम अली खां उर्फ नवेद मियां खुद भी पांच बार विधायक का चुनाव जीत चुक हैं। नवेद मियां ने पहली बार 1996 में विधायक बने थे। उस वक्त वो कांग्रेस के टिकट पर बिलासपुर सीट से चुनाव लड़े और जीत गए। इसके बाद साल 2002 में हुए चुनाव में भी वह कांग्रेस के टिकट पर स्वार से विधायक बने। लेकिन, साल 2003 में कांग्रेस छोड़ बसपा में शामिल हो गए और मायावती की सरकार में मंत्री बन गए। हालांकि, उसी साल बसपा की सरकार गिर गई और सपा सत्ता में आ गई।
11 दिन बाद ही विधायकी से दिया था इस्तीफा
इसपर नवेद मियां सपा में शामिल हो गए औऱ 2007 में विधान सभा चुनाव हुए तो नवेद मियां ने स्वार से सपा के टिकट पर चुनाव लड़ा। वो स्वार सीट से विधायक चुने गए, लेकिन तब प्रदेश में बसपा की सरकार बन गई। इसपर नवेद मियां ने विधायक चुने जाने के 11 दिन बाद ही सपा और विधायकी से इस्तीफा दे दिया। तब यहां उप चुनाव हुआ। इसमें वह बसपा के टिकट पर चुनाव लड़े और पहले से भी ज्यादा वोटों से जीते। साल 2012 के चुनाव में भी नवेद मियां स्वार सीट से ही विधायक चुने गए। लेकिन, 2017 के चुनाव में नवेद मियां हार गए। उनके सामने सांसद आजम खां के बेटे अब्दुल्ला आजम चुनाव जीत गए।
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रामपुर विधानसभा सीट से किया नामांकन
नवाब काजिम अली खां उर्फ नवेद मियां ने सोमवार (24 जनवरी) को रामपुर शहर सीट से नामांकन दाखिल किया किया है। उन्होंने दो सेट दाखिल किए थे। एक सेट में पूर्व सांसद बेगम नूरबानों और दूसरे सेट में पूर्व विधायक अफरोज अली खां को प्रस्तावक बनाया था। मंगलवार को उनका एक और सेट दाखिल हुआ। यह नामांकन नवेद मियां के प्रस्तावक मामून शाह खां ने रिटर्निंग ऑफिस को सौंपा।
जानिए कितनी है चल-अचल संपत्ति
कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे नवाब काजिम अली खान उर्फ नवेद मियां ने चुनाव आयोग में अपना हलफनामा दाखिल अपनी संत्ति का खुलासा किया है। नवेद मियां ने चुनाव आय़ोग को लगभग 300 करोड़ की संपत्ति का ब्यौरा दिया है। चल संपत्ति तो उनके पास कोई बहुत ज्यादा नहीं है, लेकिन अचल संपत्ति अकूत है। नवेद मियां के पास कैश महज 45 हजार रुपये ही हैं और एक करोड़ 56 लाख 49 हजार 518 रुपये की चल संपत्ति है। इसके अलावा उनकी पत्नी के पास महज 64 लाख की ही चल संपत्ति है। दो फार्चूनर गाड़ियां हैं। अचल संपत्ति की घोषणा करते हुए उन्होंने बताया है कि उनके पास 294 करोड़ 68 लाख की अचल संपत्ति है। ये उन्हें विरासत में मिली है। इसके अलावा उनकी पत्नी के पास 1 करोड़ 70 लाख की अचल संपत्ति है। इस तरह नवाब साहब और उनकी बेगम के पास कुल करीब 296 करोड़ से ज्यादा की अचल संपत्ति है।
73 लाख का कर्ज भी है नवेद मियां पर
नवाब साहब के ऊपर 73 लाख का कर्जा भी चढ़ा हुआ है। इसकी जानकारी खुद उन्होंने जनता को दी है। नवेद मियां और उनकी पत्नी के ऊपर कुल 73 लाख 43 हजार 266 रुपए का कर्ज है। उनके ऊपर ये कर्ज इसलिए है, क्योंकि उन्होंने लोन लेकर गाड़ी और घर खरीदा है। उन्होंने ने घर खरीदने के लिए 22 लाख 41 हजार का कर्जा बैंक से लिया है। इतना ही कर्ज उनकी पत्नी ने भी घर खरीदने के लिए लिया है। इसके अलावा गाड़ी खरीदने के लिए काजिम अली खान ने 28 लाख से ज्यादा का लोन लिया हुआ है। इस तरह उनके ऊपर होम और गाड़ी लोन का 51 लाख का कर्ज है। उनकी बेगम के ऊपर सिर्फ होम लोन के 22 लाख 41 हजार का कर्ज है।