Sikar : खंडेला की खदान डूबने से मामा- भांजा की मौत, परिजनों ने मांगा 50 लाख का मुआवजा व सरकारी नौकरी
राजस्थान के सीकर जिले के खंडेला पुलिस थाना इलाके के सेवली गांव के पास स्थित खदान में रविवार को डूबे दो किशोरों के शवों का सोमवार को पोस्टमार्टम किया गया। परिजन मुआवजा व सरकारी नौकरी की मांग को लेकर पुराने राजकीय चिकित्सालय में स्थित मोर्चरी के बाहर धरने पर बैठे थे।
परिजनों व प्रशासन के बीच दो दौर की वार्ता विफल हो गई। फिलहाल मांगों को लेकर कोई सहमति नहीं बनी। परिजन मांगे नहीं माने जाने तक दोनों किशोरों के शव नहीं लेने को लेकर अड़े हुए थे। मृतकों के परिजनों ने प्रशासन को मांग पत्र सौंपे हैं, जिनमें दोनों परिवारों को 50- 50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता, एक एक सदस्य को सरकारी नौकरी, खदान क्षेत्र को समतल करवा कर हादसों से बचाव के लिए फेंसिंग करवाने, खदान मालिकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की गई है।
दो दौर की वार्ता में प्रशासन व परिजनों के बीच सहमति नहीं बनने पर अपनी मांगों को लेकर परिजन मोर्चरी के बाहर धरने पर बैठे हैं। हालांकि खबर है कि लीज धारक पीडि़त परिवारों को पांच-पांच लाख की आर्थिक मदद देने को तैयार है। एसडीएम बृजेश गुप्ता, तहसीलदार अर्चना चौधरी, एसएचओ सोहन लाल पंचायत समिति में परिजनों से समझाइश की।
खदान के पानी में डूबकर मरने वालों की शिनाख्त सेवली निवासी श्रवण कुमार गुर्जर(17) बीरबल और हात्याज निवासी सुनील कुमार गुर्जर(16) पुत्र जवाहर लाल गुर्जर के रूप में हुई है। खदान के किनारे उनके कपड़े मिले हैं। रिश्ते में वे मामा भांजा लगते थे। ग्रामीणों की सूचना एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और कड़ी मशक्कत से उनके शवों को तलाशा।