हनुमान बेनीवाल से बोतल छीनकर टायर थमाया, जानिए चुनाव आयोग ने क्यों बदला चुनाव चिह्न
Nagaur News, नागौर। 29 अक्टूबर 2018 को राजस्थान की राजधानी जयपुर में हनुमान बेनीवाल की बड़ी रैली हुई थी। रैली में एक पार्टी अस्तित्व में आई। नाम राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (रालोपा) और उसका निशान था बोतल। राजस्थान विधानसभा चुनाव 2018 से हनुमान बेनीवाल ने अपनी खुद की पार्टी RLP बनाई तब उसका बोतल का निशान सुर्खियों में रहा था। नई पार्टी का ऐलान करते समय बेनीवाल ने भी चुटीले अंदाज में कहा था कि ये पानी की बोतल है आप जो समझ रहे हो वो बोतल नहीं है।
hanuman beniwal election symbol बोतल फिर चर्चा में
अब लोकसभा चुनाव 2019 में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी का निशान बोतल एक बार फिर चर्चा में है। चर्चा की वजह यह है कि लोकसभा चुनाव 2019 में चुनाव आयोग ने हनुमान बेनीवाल से बतौर चुनाव चिह्न बोतल छीन ली है। इसकी जगह उन्हें टायर थमाया गया है। मतलब आम चुनाव 2019 में बेनीवाल की पार्टी का चुनाव चिह्न बोतल की बजाय टायर होगा।
बेनीवाल के लिए भाजपा ने छोड़ी नागौर सीट
बता दें राजस्थान के नागौर जिले के खींवसर से विधायक हनुमान बेनीवाल ने लोकसभा चुनाव 2019 (lok sabha election 2019) में एनवक्त पर मौका देखकर चौका लगा दिया और भाजपा से हाथ मिला लिया। भाजपा और रालोपा के गठजोड़ के तहत भाजपा ने राजस्थान की 25 सीटों में से नागौर सीट हनुमान बेनीवाल के लिए छोड़ दी। भाजपा यहां कोई प्रत्याशी नहीं उतारेगी। खुद बेनीवाल लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे। बदले में बेनीवाल राजस्थान, हरियाणा, यूपी समेत कई जगहों पर भाजपा प्रत्याशियों को जीताने के लिए प्रचार करेंगे।
hanuman beniwal ने पार्टी के new symbol पर ये कहा
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी का चुनाव चिन्ह बोतल लोकसभा चुनाव 2019 में हनुमान बेनीवाल को आवंटित करने की बजाय चुनाव आयोग ने गुजरात की राष्ट्रीय पावर पार्टी को आवंटित कर दिया। इस पर हनुमान बेनीवाल ने इसे खुद के खिलाफ नेशनल लेवल की साजिश बताया।
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मीडिया से बातचीत में हनुमान बेनीवाल ने कहा कि राजस्थान विधानसभा 2018 में उनकी पार्टी रालोपा से तीन विधायक जीते हैं। इसके बावजूद उन्हें पार्टी का चुनाव चिन्ह आवंटित नहीं किेया गया जबकि गुजरात की जिस पार्टी को बोतल का चुनाव चिन्ह दिया है। उसने अभी तक कोई चुनाव तक लड़ा।