चेस चैंपियन मलिका का आरोप- पंजाब सरकार ने किया उनका अपमान, इनाम के बदले 5 साल बनाया मजाक
नई दिल्ली, 3 जनवरी: एक ओर सरकार खेल और खिलाड़ियों को बढ़ावा देने का वादा करती है, तो वहीं दूसरी ओर जिन खिलाड़ियों ने दुनियाभर में भारत का नाम रोशन किया उनकी उपेक्षा की जाती है। ताजा मामला पंजाब से सामने आया है, जहां मूक-बधिर चेस खिलाड़ी मलिका हांडा ने राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। मलिका कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक जीत चुकी हैं। उनका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा।
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जालंधर में मलिका की मां रेणु हांडा ने कहा कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने उनकी बेटी को नौकरी और नगद इनाम देने का वादा किया, लेकिन उसे पूरा नहीं किया। राज्य के खेल मंत्री परगट सिंह ने उन्हें प्राथमिकता के आधार पर एक पुरस्कार समारोह में शामिल करने का वादा किया लेकिन बाद में कहा कि ये उनकी नीति नहीं है। उन्होंने पूछा कि 5 साल बाद भी कोई पॉलिसी क्यों नहीं है?। रेणु के मुताबिक उनकी बेटी ने 7 नेशनल गोल्ड, 4 इंटरनेशनल सिल्वर और 2 इंटरनेशनल गोल्ड मेडल जीते हैं। जब उसे इनाम देने की बारी आई, तो परगट सिंह ने कह दिया कि वो अपनी जेब में चेक बुक नहीं रखते हैं। आप पिछली सरकार के पास जाइये और उन्हीं से इनाम मांगिए।
वहीं मलिका हांडा ने अपनी भाषा में कहा कि ये सारे मेडल और सर्टिफिकेट बेकार गए हैं। हरियाणा के खिलाड़ियों को लाखों-करोड़ों का पुरस्कार मिलता है। मैं खेल छोड़ दूंगी। मेरी 10 साल की मेहनत बेकार गई, इनाम के नाम पर सरकार ने 5 साल मेरा मजाक बनाया। उनका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ, जिस वजह से अब राज्य सरकार और खेल मंत्री कटघरे में खड़े हैं।
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डिप्टी
सीएम
ने
कही
ये
बात
मामले
में
पंजाब
के
डिप्टी
सीएम
सुखजिंदर
सिंह
रंधावा
ने
कहा
कि
सरकार
को
उस
खिलाड़ी
की
मदद
करनी
चाहिए।
अगर
मलिका
मेरे
पास
आती
हैं,
तो
मैं
उनकी
मदद
करूंगा।
इसके
अलावा
मैं
खेल
मंत्री
परगट
सिंह
से
भी
उनकी
मदद
करने
के
लिए
कहूंगा।