नीतीश के गढ़ नालंदा में भूख से हार गई जिंदगी, तड़प कर मजदूर की मौत
पटना (मुकुन्द सिंह)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिला नालंदा में एक 50 वर्षीय व्यक्ति की भुख के वजह से मौत हो गई है। भूख से तड़पते हुए मौत ने सरकार द्वारा किए जा रहे तमाम वादे और वृद्ध बेरोजगारों को दिए जाने वाले योजना राशियों की पोल खोल कर रख दी है। आपको बताते चलें कि बिहार के राजगीर निवासी राम सूरत की मौत भोजन नहीं मिलने के कारण हो गई। वहीं रामसूरत के बेटे ने अपने पिता के मरने का कारण जो बताया उसे सुनते हुए सभी हैरत में रह गए। देखिए तस्वीरें उस बच्चे की जिसकी मुश्किल से बची थी जान
रामसूरत के 8 वर्षीय पुत्र छोटू की मानें तो उसके पिता पिछले 20 दिन से पैसे के अभाव में कुछ खा नहीं रहे थे। इससे पहले उसके पिता रास्ते पर कचरा प्लास्टिक चुनते हुए अपना और अपने बच्चे का जीवन यापन चलाया करते थे। लेकिन पिछले महीने अचानक वो बीमार हो गए जिसके कारण काम-धंधा बंद हो गया। काम-धंधा बंद होने के कारण पैसे का अभाव हो गया और कई रात भूखा सोना पड़ा। लेकिन मेरे पिता मुझे खाने के लिए कुछ न कुछ दे देते थे।
वह खुद भूखे सो जाते थे। भूखे रहने के कारण उन्होंने आज दम तोड़ दिया और मुझे इस दुनिया में अनाथ कर चले गए। वहीं भूख से मौत होने की जानकारी मिलते प्रशासनिक अधिकारी भी हरकत में आ गए हैं। मामले को गंभीरता से लेते हुए अधिकारियों द्वारा मृतक के बच्चों से पूछताछ की जा रही है। वही आस पड़ोस के लोगों से भी पूछताछ करते हुए मौत के कारण जानने का प्रयास किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि मृतक रामसूरत मजदूरी करने के लिए ही गया से राजगीर आया था।