पूर्व CM चौटाला ने किसान आंदोलन से शुरू की सियासी पारी, बोले- काले कानून रद्द होंगे, सरकार भी गिरेगी
पलवल। जेबीटी भर्ती घोटाले में 10 साल की सजा पूरी कर जेल से रिहा हुए इनेलो सुप्रीमो एवं पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला अब फिर से सियासत में सक्रिय हो रहे हैं। उन्होंने किसान आंदोलन में पहुंचकर अपनी चुनावी पारी की शुरूआत कर दी। भाजपा-जजपा सरकार को चेताते हुए चौटाला ने कहा कि, "आपकी सरकार गिरेगी। अर...जो काले कानून हैं वो भी रद्द करने होंगे..आखिर में किसान जीतेंगे।"
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हरियाणा के पलवल में किसानों के मंच से ही चौटाला ने केंद्र व प्रदेश की गठबंधन सरकार पर करारे वार किए। चौटाला ने जजपा-भाजपा सरकार टूटने और मध्यावधि चुनाव होने की भविष्यवाणी की। किसान संगठनों की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि, "किसान भाइयों को जमे कई महीने हो गए, मगर हटने को तैयार नहीं हैं। मैं कहता हूं.. लड़ाई चलती रहे, वरना ये तीनों कृषि कानून किसानों को बर्बाद कर देंगे। यकीन करो.. ये काले कानून रद्द तो होंगे ही, इन्हें बनाने वाली केंद्र सरकार का भी जल्द पतन होगा।"
पलवल
से
इसलिए
की
शुरुआत
चौटाला
बोले-
"हमारी
राजनीति
में
पलवल
के
लोगों
का
अहम
योगदान
रहा
है,
इसीलिए
हम
किसानों
के
बीच
जाने
की
शुरुआत
यहां
से
कर
रहे
हैं।
आप
लोग
इनेलो
की
सरकार
के
कामों
को
जानते
हैं।"
भाजपा-जजपा
सरकार
को
आड़े
हाथों
लेते
हुए
पूर्व
मुख्यमंत्री
ने
कहा
कि,
"इनकी
सत्ता
में
किसानों
को
ना
तो
समय
पर
सिंचाई
के
लिए
पानी
मिल
रहा
है
और
ना
खाद-बीज
की
सुविधा।
जब
हमारी
सरकार
थी
तो
दिक्कत
नहीं
होती
थीं।"
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इनेलो के एक पदाधिकारी ने बताया कि, 86 वर्षीय चौटाला फिर से अपने सियासी सफर का आगाज किसान आंदोलन स्थलों के दौरों के साथ कर रहे हैं। पलवल में किसानों के धरनास्थल पर पहुंचने के बाद वह गाजीपुर जाएंगे। वहां भी कुछ इसी तरह किसानों के मंच से केंद्र व प्रदेश की गठबंधन सरकार पर निशाना साधेंगे।