अमेरिका से मिले ‘काला धन’ पर फंस गए इमरान खान, पार्टी ने इस पर फोड़ा ठीकरा
इमरान खान ने एक बार फिर से अमेरिकी पर ‘विदेशी साजिश’ रचने का आरोप लगाया है। चुनाव आयोग की बेंच के समझ विदेशी फंडिंग के सवालों पर दलील देते हुए इमरान खान की पार्टी ने विदेशी धन प्राप्त करने के लिए अधिकारी को दोषी ठहराया
इस्लामाबाद, 12 मईः इमरान खान ने एक बार फिर से अमेरिकी पर 'विदेशी साजिश' रचने का आरोप लगाया है। चुनाव आयोग की बेंच के समझ विदेशी फंडिंग के सवालों पर दलील देते हुए इमरान खान की पार्टी ने विदेशी धन प्राप्त करने के लिए अमेरिका स्थित एक अधिकारी को दोषी ठहराया है। पीटीआई ने कहा कि पार्टी नीति का पालन नहीं करने पर वह अपने एजेंट को पहले ही निकाल चुकी है।
पार्टी ने किया मत स्पष्ट
पार्टी के वकील अनवर मंसूर खान ने कहा कि एजेंट डॉ नसरुल्लाह जो कि अमेरिका आधारित पीटीआई कंपनी के कोषाध्यक्ष थे उन्हें अवैध स्रोतों से धन प्राप्त करने के आरोप में पार्टी ने पहले ही निकाल दिया था। उन्होंने कहा कि चंदा एकत्र करने की पीटीआई नीति राजनीतिक दलों के आदेश 2002 के ही मुताबिक थी। इस बारे में पार्टी ने अमेरिका में अपने एजेंटों और पीटीआई यूएस कंपनी के कोषाध्यक्ष को पहले ही स्पष्ट कर दिया था।
अमेरिकी मंत्री पर लगाया आरोप
इससे पहले इमरान खान ने दावा किया था कि पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश उमर अता बंदियाल और राष्ट्रपति आरिफ अल्वी दोनों के पास अमेरिका के सहायक विदेश मंत्री डोनाल्ड लू द्वारा पाकिस्तान के पूर्व राजदूत असद मजीद खान को सौंपा गया एक पत्र है। उन्होंने खुलासा किया था कि दक्षिण और मध्य एशियाई मामलों के सहायक विदेश मंत्री डोनाल्ड लू ने उन्हें पाकिस्तान के राजदूत असद मजीद के माध्यम से एक धमकी भरा संदेश भेजा था।
रूस का समर्थन करने पर मिली सजा
क्रिकेटर से नेता बने इमरान खान पहले भी कई बार आरोप लगा चुके हैं कि उनके राजनीतिक विरोधियों ने पाकिस्तान में सरकार बदलने के लिए अमेरिका के साथ सांठगांठ की है। हालांकि, उन्होंने इसका कोई विश्वसनीय सबूत नहीं दिया है और अमेरिका ने किसी भी तरह के हस्तक्षेप से इनकार किया है। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपनी सरकार को सत्ता से बेदखल करने के लिए सीधे तौर पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन प्रशासन पर साजिश करने का सोमवार को आरोप लगाया था।
अविश्वास प्रस्ताव से हटे थे इमरान
इमरान ने आरोप लगाया था कि रूस का दौरा करने पर अमेरिका ने उन्हें सत्ता से बेदखल करने के लिए पाकिस्तान के विपक्षी दलों के साथ साजिश रची। बता दें कि पाकिस्तान के 22वें प्रधानमंत्री खान को 9 अप्रैल को अविश्वास प्रस्ताव के माध्यम से पद से हटा दिया गया था। इसके साथ ही वह पाकिस्तान के इतिहास में अविश्वास प्रस्ताव के माध्यम से अपदस्थ किये जाने वाले प्रथम प्रधानमंत्री हो गए।
रूस की धमकियों के बावजूद नाटो का सदस्य बनने जा रहा यह देश, अब पुतिन क्या करेंगे?