सपने हुए पूरे: शार्क टैंक इंडिया ने बदल दी नोएडा के 3 दोस्तों की क़िस्मत, जल्द बनेंगे करोड़पति
शार्क टैंक इंडिया सीजन -2 में नोएडा (यूपी) के रहने वाले आर्यन शिशौदिया का आइडिया शार्क को इतना पसंद आया कि उन्हें 67 लाख रुपये का फंड दिया गया। अगर आपके पास भी है इनके जैसा कोई बिजनेस आईडिया, तो ऐसे करें आवेदन।
अगर आप बिजनेस स्टार्टअप कर करोड़पति बनने का सपना देख रहे हैं और आपके पास एक बेहतर आइडिया हैं, तो वो आइडिया आपकी क़िस्मत बदल सकता हैं। बस आपका आइडिया शार्क टैंक इंडिया को पसंद आना चाहिए। क्योकि बेहतर आइडिया रखने वाले युवाओं के लिए यह किसी वरदान से कम नही। लेकिन जानकारी का अभाव न होने के कारण कुछ लोग इससे चूक जाते हैं। क्योकि शार्क टैंक तक जाने का रास्ता उन लोगों को पता ही नही चल पाता। जबकि प्रतिवर्ष शार्क टैंक इंडिया द्वारा आवेदन मांगे जाते हैं। लेकिन आप कैसे यहां तक पहुंच सकते हैं चलिए बताते हैं।
नोएडा
के
तीन
दोस्तों
की
शार्क
टैंक
इंडिया
में
बल्ले
-बल्ले
दरअसल
शार्क
टैंक
इंडिया
सीजन
-2
में
नोएडा
(यूपी)
के
रहने
वाले
आर्यन
शिशौदिया
का
आइडिया
शार्क
को
इतना
पसंद
आया
कि
उन्हें
67
लाख
रुपये
का
फंड
दिया
गया
था।
आर्यन
बतातें
हैं
कि
युवाओं
के
लिए
यह
बहुत
बढ़िया
प्लेटफार्म
हैं।
और
यहां
तक
पहुंचने
में
करीब
3
महीने
तक
का
वक्त
लग
जाता
है।
आर्यन
के
मुताबिक
शार्क
टैंक
इंडिया
में
जाने
के
लिए
सबसे
पहले
उनकी
वेबसाइट
sharktank.sonyliv.com
पर
जाना
होता
है।
जिसमे
सबसे
पहले
आपको
एक
फॉर्म
भरना
पड़ेगा।
लोगों
के
अधिक
आवेदन
होने
के
चलते
कई
बार
साइट
देरी
से
काम
करती
हैं।
जिसके
चलते
कई
बार
काफी
वक्त
लगता
है।
लेकिन
यहां
सभी
फॉर्म
को
भरने
के
बाद
जिसमे
अपने
आइडिया
शेयर
किए
जाते
हैं
और
तभी
अगली
प्रक्रिया
शुरू
होती
हैं।
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दिल्ली
में
ऑडिशंस
और
मुंबई
में
सलेक्शन
वही
इसके
बाद
देखा
जाता
हैं
कौन
सा
आइडिया
फ्यूचर
के
लिए
बेहतर
हैं।
उसी
पर
फोकस
किया
जाता
हैं।
जिसके
बाद
आवेदन
करने
वाले
मेंबर
को
ऑडिशंस
के
लिए
दिल्ली
बुलाया
जाता
हैं।
जहां
आवेदनकर्ता
से
कई
राउंड
में
आइडिया
को
समझा
जाता
है।
वहीं
अगर
ऑडिशंस
लेने
वाली
दिल्ली
की
टीम
सहमत
होती
है
और
उन्हें
आइडिया
ठीक
लगता
है।
तभी
उसे
शार्क
टैंक
इंडिया
के
मुख्य
शार्क
टीम
से
रूबरू
कराया
जाता
है।
जहां
आइडिया
पर
गंभीरता
से
टीम
विचार
करती
है।
लेकिन
उससे
पहले
आवेदनकर्ता
से
आइडिया
को
लेकर
कई
बार
प्रैक्टिस
भी
कराई
जाती
है।
इसके
साथ
ही
आइडिया
पिच
करते
समय
हिंदी
और
अंग्रेजी
का
प्रयोग
करना
बेहद
ज़रूरी
होता
है।
तो
ऐसे
चमकी
आर्यन,
वैभव
आलाप
की
किस्मत
वही
आर्यन
शिशोदिया
के
अलावा
उनके
दो
और
अन्य
साथी
वैभव
और
आलाप
हैं।
वैभव
बताते
हैं
कि
पेट्रोल
पंप
और
सीएनजी
पंप
पर
भीड़
को
देखते
हुए।
उन्हें
अपने
दोस्तों
के
साथ
बिट्स
पिलानी
के
दिनों
में
स्टार्टअप
किया
था।
जिसका
नाम
तीनों
दोस्तों
ने
नवगती
रखा,
जो
पैट्रोल
और
सीएनजी
पंप
पर
भीड़
और
सुविधाओं
की
जानकारी
देता
है।
और
अगर
बात
करे
यूजर
कि
तो
उनके
पास
फिलहाल
में
6
लाख
से
ज्यादा
एक्टीव
यूजर
हैं।
यही
वजह
हैं
कि
शार्क
टैंक
इंडिया
को
उनका
आइडिया
बेहतर
लगा
और
उन्हें
67
लाख
का
फंड
दिया
गया।
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