Lakshay Pandey IPS : UPSC परीक्षा कैसे कर सकते हैं क्लियर, ACP लक्ष्य पांडेय ने शेयर की अपनी स्ट्रेटेजी
नई दिल्ली। साल 2018 में 316 रैंक हासिल करते हुए यूपीएससी परीक्षा क्रैक करके आईपीएस बने लक्ष्य पांडेय ने अपनी स्ट्रेटेजी शेयर की है। ताकि यूपीएससी की तैयारियां करने वाले अभ्यर्थियों को मदद मिल सके। लक्ष्य पांडे वर्तमान में दिल्ली पुलिस में एसीपी के रूप में सेवाएं दे रहे हैं।
कोचिंग की बजाय सेल्फ स्टडी पर रखो भरोसा
लक्ष्य पांडेय ने अपने निजी अनुभवों के आधार पर अपने ट्विटर हैंडल पर यूपीएससी परीक्षा पास करने की स्ट्रेटेजी शेयर की है। लक्ष्य पांडेय ने लिखा है कि किसी कोचिंग से ज्यादा वे सेल्फ स्टडी में भरोसा रखते हैं। उन्होंने स्टडी मैटेरियल भी शेयर किया है ताकि यूपीएससी सीएसई की तैयारी करने वाले अभ्यर्थी अपना लक्ष्य हासिल कर सके। आईपीएस लक्ष्य पांडेय ने नोटबुक के पेज भी शेयर किए हैं, जिनमें उन्होंने बताया है कि यूपीएससी परीक्षा की तैयारी कैसे की जानी है। स्टेप बाई स्टेप समझाया है।
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आईपीएस लक्ष्य पांडेय की स्ट्रेटेजी नंबर वन
किताबे खरीदने को लक्ष्य पांडेय ने अपनी नंबर वन स्ट्रेटेजी बताते हुए लिखा कि कक्षा 11 की एनसीईआरटी की किताबें, भारतीय और विश्व भूगोल, भौतिक और मानव भूगोल, गोह चेंग लेओंग, राजनीति के लिए लक्ष्मीकांत, आधुनिक इतिहास के लिए- राजीव अहीर द्वारा स्पेक्ट्रम, पर्यावरण के लिए शंकर आईएएस के नोट्स, शामिल हैं। श्री राम आईएएस द्वारा विज्ञान और प्रौद्योगिकी में अर्थशास्त्र नोट्स एवं अम्बालिका स्मृति द्वारा NCERT सारांश।
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आईपीएस लक्ष्य पांडेय की स्ट्रेटेजी नंबर टू
आईपीएस लक्ष्य पांडेय अपनी दूसरी स्ट्रेटेजी शेयर करते हुए लिखा है कि रोजाना समय सारिणी का पालना करना है, जिसमें कम से कम एक घंटे अखबार पढ़ना, 4 से 5 घंटे पढ़ाई करना और 7 से 8 घंटे की अच्छी नींद।
अंत में लक्ष्य पांडेय ने 'पॉलिटी' विषय के साथ शुरुआत करने का सुझाव दिया है, जिसे शुरुआती 15 दिनों और अगले तीन महीनों तक पढ़ने की जरूरत है। 'आर्थिक' भाग पर जोर देना। इसके बाद आधुनिक इतिहास व भूगोल। फिर पर्यावरण और विज्ञान।
यूपीएससी तैयारी के दौरान क्या नहीं करें
IPS लक्षय पांडे ने न केवल क्या करना है, बल्कि छात्रों के लाभ के लिए 'क्या नहीं करें' के बारे में भी लिखा है। उन्होंने बताया कि कक्षा 6 से एनसीईआरटी की पुस्तकों को पढ़ने, कोचिंग में शामिल होने, समाचार पत्रों को पढ़ने में एक घंटे से अधिक समय बिताने, कई किताबें पढ़ने और एक विशेष संस्करण की वर्तमान मामलों की पत्रिका को अनावश्यक बताया है।
आईपीएस लक्ष्य पांडे की जीवनी
बता दें कि लक्ष्य पांडे उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के चौखुटिया इलाके की गेवाड़ घाटी के गांव खनुली के रहने वाले हैं। लक्ष्य के पिता चंद्रप्रकाश पांडे चीफ फार्मासिस्ट के पद से रिटायर्ड हैं। फिलहाल उनका परिवार दिल्ली में रहता है। लक्ष्य की शुरुआती पढ़ाई वनयान ट्री स्कूल दिल्ली में हुई। हायर एजुकेशन के लिए उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी में एडमिशन लिया। लक्ष्य ने चौथे प्रयास में सफलता हासिल की।