रात को डरावनी- खून से लथपथ होती दिल्ली की सड़कें
नई दिल्ली(विवेक शुक्ला) राजधानी में तेजी से बढ़ रहे हैं हिट एंड रन मामले। पिछले साल यानी 2014 मेंराजधानी में 825 लोग सड़क हादसों में जान गंवा बैठे। इनमें 396 हिट एंड रन केस थे।
ये ज्यादतर रात के वक्त हो रहे हैं। अगर बात इस साल जुलाई के महीने तक की करें तो अब तक 400 जानलेवा सड़क हादसे दिल्ली में हो चुके हैं। इनमें 170 हिटएंडरन केस हैं।
रात होते ही आते ट्रक
राजधानी में बड़ी तादाद में हिट एंड रन केस रात के वक्त हो रहे हैं। पुलिस इस बात को मान रही है। कारण ये है कि रात को दस बजे के बाद दिल्ली में सुबह सात बजे तक हजारों ट्रक यूपी और हरियाणा के रास्ते आते हैं या यहां से गुजर कर दूसरे राज्यों में जाते हैं।
रात के समय राजधानी की प्रमुख सड़कें बड़े ट्रकों से अटी होती हैं। आपको एक घंटे का सफर तय करने में तीन घंटे लगते हैं। माना जाता है कि ये ट्रक ही मासूम लोगों को कुचलने में सबसे आगे हैं।
दानवरूपी ट्रक
रात के समय में भी दिल्ली की सड़कों पर मोटर साइकिल चलाने वाले काफी होते हैं, जो रात की ड्यूटी के बाद घर वापस आ रहे होते हैं। इनके लिए ये दानवरूपी ट्रक जानलेवा साबित होने लगे हैं।
दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने बताया कि रात के समय हिट एंड रन मामलों को रोकने के लिए दिल्ली पुलिस अपने काफी सिपाहियों को रात के वक्त तैनात करने जा रही है। वह मानती है कि रात के वक्त ज्यादा पुलिस की मौजूदगी से ट्रक चालक समझदारी से चलेंगे।
एक अनुमान के मुताबिक,राजधानी में गुड़गांव,फरीदाबाद,गाजियाबाद वगैरह के रास्ते रोज करीब 5 हजार ट्रक प्रवेश करते हैं। ये सिर्फ 24 घंटे के लिए दिल्ली आते हैं। ये माल उतारने -ढोने के बाद आग निकल जाते हैं। पर जब तक ये दिल्ली में होते हैं तो जनता की जान को खतरे में डालते रहते हैं।