यूपी: मंदिर निर्माण के लिए मुस्लिम महिला अकबरी ने दी जमीन, पेश की नई मिसाल
Meerut News (मेरठ)। उत्तर प्रदेश के मेरठ में मुस्लिम महिला ने साम्प्रदायिक सौहार्द की एक नई मिसाल पेश की है। 67 साल की अकबरी ने मंदिर निर्माण के लिए 150 गज जमीन दान में दी है। इससे पहले अकबरी मस्जिद के लिए भी जमीन दान कर चुकी है। बता दें कि अकबरी के इस फैसले से उनका परिवार भी खुश है। साथ ही आसपास के इलाके में अकबरी की काफी चर्चा हो रही है।
150 गज जमीन देने का रखा प्रस्ताव
जानकारी के अनुसार, मेरठ से करीब 20 किलो मीटर दूर मेरठ-बागपत रोड पर स्थित सिवालखास का है। सिवालखास इलाके में 80 फीसदी मुस्लिम आबादी है। सिवालखास निवासी आस मोहम्मद रिटायर्ड शिक्षक है। आस मोहम्मद ने बताया कि कुछ दिन पहले उनके घर गांव के रवींद्र शर्मा, मास्टर रामगोपाल व अन्य लोग उनके घर आए थे। उस समय वह घर पर नहीं थे। सभी ने उनकी पत्नी अकबरी से कहा कि गांव में मंदिर का निर्माण कराना चाहते है। इसके लिए जमीन खरीदने के लिए चंदा जुटा रहे हैं। इस पर उनकी पत्नी अकबरी ने चंदे के बदले उन्हें अपने खेत मे से मंदिर बनाने के लिए 150 गज जमीन देने का प्रस्ताव दिया।
फैसले से परिवार में खुशी
अकबरी के पति आस मोहम्मद व बेटा दीन मोहम्मद ने भी खुशी-खुशी अपनी सहमति दे दी। दीन ने बताया कि मंदिर के लिए दान दी गई जमीन की बाजार में कीमत करीब 4 लाख रुपये होगी। दीन मोहम्मद ने बताया कि उसकी मां अकबरी ने दान की हुई जमीन से संबंधित शपथपत्र भी मास्टर राम गोपाल को सौंप दिया है। मंदिर का निर्माण कार्य राम गोपाल और रवींद्र शर्मा के संरक्षण में किया जाना तय हुआ है।
इलाके में बना चर्चा का विषय
इस संबंध में अकबरी ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि वह अपने धर्म में पूरी तरह विश्वास रखती हैं। साथ ही दूसरे धर्मों की भी इज्जत करती हैं। उन्हें खुदा ने सब कुछ दिया है। उनका परिवार समय-समय पर मस्जिदों के लिए दान देता रहा है। पहली बार उनके पास कोई मंदिर निर्माण के लिए दान मांगने आया था। उन्होंने मंदिर के लिए भूमि दे दी। वहीं, मंदिर के लिए मुस्लिम महिला द्वारा भूमि दान करना पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।
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