
Encounter: हॉक फ़ोर्स मुठभेड़ में मारे नक्सलियों के शव परिजनों को सौंपे, बालाघाट मंडला जिले में हुआ था एनकाउंटर

एमपी के बालाघाट-मंडला जिले के जंगल में हॉक फ़ोर्स के साथ हुई मुठभेड़ में मारे गए दो नक्सलियों के शव उनके परिजनों को सुपुर्द कर दिए। इससे पहले क़ानूनी प्रक्रिया के तहत मृतक गणेश और राजेश के शवों का पीएम कराया गया। सर्च ऑपरेशन के दौरान नक्सलियों और जवानों के बीच मुठभेड़ हुई थी। जिसमें जबाबी कार्रवाई में नक्सलियों पर भी फायरिंग की गई थी। दोनों के ऊपर 43 लाख रुपए का इनाम था और उनकी तीन राज्यों की पुलिस को तलाश थी।

मध्य प्रदेश के बालाघाट मंडला जिले और छत्तीसगढ़ सीमा से लगे सूपखार जंगल में नक्सलियों के मूवमेंट की हॉक फ़ोर्स को खबर मिली थी । जिसके बाद जिला पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों के साथ मिलकर हॉकफ़ोर्स की टीम ने जंगल में सर्च ऑपरेशन चलाया था। इस दौरान जवानों की टीम पर नक्सलियों ने फायरिंग की और मुठभेड़ के हालात बन गए । जबाबी कार्रवाई में हॉक फ़ोर्स टीम ने फायरिंग की जिसमें दो नक्सलियों की गोलियां लगने मौत हो गई । क़ानूनी कार्रवाई के तहत दोनों के शवों का पीएम कराया गया । शुक्रवार को दोनों शव उनके परिजनों को सुपुर्द कर दिए गए।
MP Mandla Naxal Attack: बालाघाट-मंडला छत्तीसगढ़ सीमा पर मुठभेड़ में 2 नक्सली मारे गए, सर्च ऑपरेशन जारी
बता दें कि मुठभेड़ में मारे गए दोनों नक्सलियों की तीन एमपी समेत छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र पुलिस को भी तलाश थी । मृतक राजेश महाराष्ट्र के गढ़चिरौली और गणेश मरावी छत्तीसगढ़ के बस्तर का रहने वाला था। इनके पास से AK-47 और 315 बोर की राइफल भी बरामद हुई हैं । साथ जो नक्सली साहित्य मिला, उसका प्रारंभिक परीक्षण कराने पर हॉक फ़ोर्स को कई महत्वपूर्ण जानकारी भी मिली है । पता चला है कि नक्सली सप्ताह के दौरान भोरमदेव कमेटी ने नक्सलियों की भर्ती निकाली थी। जंगल में कुछ जगहों पर ऐसे पर्चे भी चस्पा मिले। इससे पहले बालाघाट जिले में जून 2022 में एक महिला नक्सली समेत तीन नक्सली एनकाउंटर में मारे गए थे । उनके पास से भी घातक हथियार बरामद हुए थे।