शरद पवार ने साधा केंद्र पर निशाना, बोले- हमें पता है क्यों वापस लेने पड़े कृषि कानून
शरद पवार ने साधा केंद्र सरकार पर निशाना, बोले- हमें पता है क्यों वापस लिए कृषि कानून
मुंबई, 24 नवंबर: नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार ने कहा है कि केंद्र सरकार ने कृषि कानून इसलिए वापस लिए हैं क्योंकि उनको आना वाले विधानसभा चुनावों में हार का डर है। महाराष्ट्र के सतारा में शरद पवार ने कहा कि केंद्र सरकार खुद को किसानों की हमदर्द दिखा रही है लेकिन उनको किसान से कोई लगाव नहीं है। राजनीतिक नुकसान के डर से कानून वापस लिए गए हैं, अगर उत्तर प्रदेश और दूसरे राज्यों में चुनाव ना होते तो ये कृषि कानून वापस नहीं लेते।
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार ने कहा, उत्तर प्रदेश, पंजाब और दूसरे राज्यों में चुनाव होने हैं। हमें पता है कि बीजेपी के लोग जब इन राज्यों के गांवों में जा रहे थे तो स्थानीय लोग उनको घुसने नहीं दे रहे थे। उनका भारी विरोध हो रहा था। इस सबको देख सत्ता में बैठे लोगों को होश आ गया कि वोट मांगने आने पर उनके साथ क्या होगा। ऐसा लगता है कि इसी पृष्ठभूमि में यह फैसला लिया गया है। अगर निकट भविष्य में इन राज्यों में चुनाव नहीं होते तो साफ है कि यह फैसला नहीं लिया जाता।
शरद पवार ने ये भी कहा कि महाराष्ट्र की शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के गठबंधन वाली महाविकास अघाड़ी की सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी। पवार से पूछा गया था कि महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने नए साल (2022) में एमवीए सरकार गिर जाने की बात कही है। इस पर पवार ने कहा कि जब दो साल पहवे एमवीए की सरकार बनी तो कहा गया कि 15 दिनों में यह सरकार गिर जाएगी। इसके बाद भाजपा के लोगों ने एक महीने में, दो महीने में, तीन महीने, एक साल में सरकार गिरने की बात कही। यह सरकार पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी और हम दोबारा भी सत्ता में आएंगे।
शरद पवार ने ये भी कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार ने गैर भाजपा शासित राज्यों को केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल कर प्रताड़ित करने का रुख अपनाया है। महाराष्ट्र में भी केंद्रीय एजेसियां लगातार सरकार को अस्थिर करने का प्रयास कर रही हैं।
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