कोरोना के खौफ में दम तोड़ती इंसानियत, शव के पास 2 दिन बिलखता रहा मासूम, नहीं पसीजा किसी का दिल
पुणे,30 अप्रैल। महाराष्ट्र में कोरोना वायरस ने तांडव मचाया हुआ है, महामारी की वजह से हजारों परिवार अपने करीबियों को खो चुके हैं। कोविड की दूसरी लहर ने हर वर्ग की आयु वाले लोगों को प्रभावित किया है, अस्पतालों में मरीजों के लिए बेड नहीं है और श्मशान में दाह संस्कार के लिए शवों की लंबी लाइन लगी हुई है। इस बीच महाराष्ट्र से ही इंसानियत को शर्मसार करने वाला एक दर्दनाक मामला सामने आया है। यहां डेढ़ साल का बच्चा दो दिन अपनी मां के शव के पास रोता रहा लेकिन कोई उसकी मदद के लिए आगे नहीं आया।
लोगों में कोरोना वायरस का खौफ
लोगों में कोरोना वायरस का खौफ इस कदर घर कर गया है कि महाराष्ट्र के पुणे शहर में इंसानियत भी दम तोड़ चुकी है। यहां एक घर में दो दिन से मृत पड़ी एक महिला के शव के पास उसका डेढ़ साल का बच्चा बिलखता मिला। दर्द से भरी बच्चे की आवाज सुनने के बावजूद कोरोना वायरस और बीमारी के डर से कोई भी उसके पास नहीं गया। मामले की सूचना पुलिस को मिलने के बाद वहां पहुंच महिला कांस्टेबलों ने बच्चे के लिए मां की जिम्मेदारी निभाई।
कोरोना से मौत की संभावना
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक आस-पड़ोस के लोगों को आशंका थी कि महिला की मौत कोरोना वायरस संक्रमण से हुई है। हालांकि अब तक यह साफ नहीं हो पाया है लेकिन बच्चे का कोविड रिपोर्ट नेगेटिव आया है। महिला के मौत की जानकारी पड़ोसियों को तब लगी जब दो दिन बाद घर से बदबू आने लगी। इसके बाद मकान मालिक ने पुलिस को कमरे से आ रही बदबू की सूचना दी, जब घर का दरवाजा खोला गया तो महिला मृत मिली और बच्चा शव के पास लेटा हुआ रो रहा था।
सोमवार को मिला था महिला का शव
मौके पर पहुंची पिंपरी चिंचवड़ पुलिस की महिला कांस्टेबल सुशीला गभाले और रेखा वजे ने बच्चे को गोद में उठाया और उसके लिए मां की जिम्मेदारी निभाई। पुलिस ने बताया कि उन्हें महिला का शव बीते सोमवार को मिला लेकिन उसकी मौत की संभावना दो दिन पहले की बताई जा रही है। इस दौरान महिला का डेढ़ साल का बच्चा उसके शव के पास भूखा-प्यासा बिलखता रहा। कोरोना का डर लोगों में इस कदर फैला है कि किसी ने बच्चे के पास जाने की हिम्मत नहीं की।
दो दिन से भूखा था मासूम
मृत महिला के बच्चे को संभालने वाली पुलिस कांस्टेबल सुशीला गभाले ने कहा, 'मैं भी दो बच्चों की मां हूं, एक आठ और दूसरा छह साल का है। ये बच्चा मुझे अपना लगा, जब मैं उसे चम्मच से दूध पिला रही थी तो वह बहुत जल्दी-जल्दी पी रहा था, बच्चा भूखा था।' महिला कांस्टेबल रेखा वजे ने कहा, 'बच्चे को थोड़ा बुखार था। हमने जब डॉक्टर को दिखाया तो उन्होंने बताया इसको अच्छे से खिलाओ-पिलाओ। बाकी सब ठीक है।'
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