भिंड के ये दो गांव पानी के संकट से हो जाएंगे मुक्त, प्रशासन ने जलावर्धन योजना को दी मंजूरी
भिंड। मध्य प्रदेश के भिंड में दो गांव बहुत जल्द पानी के संकट से मुक्त होने वाले हैं। अटेर और मुकटपुरा गांव में प्रशासन ने 1.72 करोड़ रुपए की जलावर्धन योजना को मंजूरी दे दी है और इस योजना पर काम भी शुरू हो चुका है। इस योजना के अंतर्गत पेयजल पाइप लाइन बिछाने का काम किया जा रहा है, ताकि इन गांव के लोगों को शुद्ध पेयजल मिल सके।
एक लाख लीटर क्षमता की टंकी का होगा निर्माण
जलावर्धन योजना के तहत पाइपलाइन बिछाने के अलावा स्कीम बोर और ओवरहेड टैंक आदि का भी निर्माण किया जाना है। जहां, पाइपलाइन बिछाने के लिए विभाग की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। तो वहीं जल्द ही टंकी का काम भी प्रारंभ किया जाएगा। जानकारी के मुताबिक, दोनों गांवों की पांच हजार के लगभग आबादी है, जिसकी जल आपूर्ति के लिए एक पानी की टंकी का निर्माण कराया जाएगा। अटेर कस्बे के बाहर प्रस्तावित इस टंकी की क्षमता एक लाख लीटर से अधिक क्षमता होगी।
पाइपलाइन क्षतिग्रस्त होने के बाद पैदा हुआ जल संकट
आपको बता दें कि 50 साल पहले भी अटेर गांव में नलजल योजना के तहत पाइप लाइन बिछाई गई थी, जो देखरेख के अभाव में क्षतिग्रस्त हो गई। इसके बाद से ही अटेर और मुकटपुरा गांव के लोगों के लिए जल संकट खड़ा हो गया। यहां के लोग पानी के लिए हैंडपंप और कुंओं की तलाश में भटकते हैं।
छह महीने में मिलेगी जल संकट से निजात
जलावर्धन योजना पर काम शुरू होने से पहले फरवरी में लोक स्वास्थ्य यांत्रकीय विभाग उपखंड भिंड के सहायक यंत्री सतेंद्र सिंह भदौरिया, उपयंत्री केएन शर्मा ने क्षेत्र का सर्वे किया था। इसके बाद योजना पर कार्य शुरू किया गया। इस काम को पूरा करने के लिए छह महीने का लक्ष्य रखा गया है। वहीं, पाइपलाइन का कनेक्शन सिर्फ उन्हीं लोगों को मिलेगा, जिनके पास आधार कार्ड होंगे।
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