Raja Pateria: पवई कोर्ट ने राजा पटेरिया को 14 दिनों के लिए भेजा जेल, जमानत अर्जी खारिज, कांग्रेस ने भेजा नोटिस
मोदी की हत्या वाले बयान पर एमपी के कांग्रेस लीडर राजा पटेरिया को कोर्ट ने 14 दिनों के लिए जेल भेज दिया हैं। पवई कोर्ट ने उनकी जमानत अर्जी खारिज कर दी। साथ ही कांग्रेस ने भी उन्हें नोटिस थमा दिया।
Raja Patria court: एमपी के पूर्व मंत्री और कांग्रेस के सीनियर लीडर राजा पटेरिया की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही है। गिरफ्तारी के बाद उनकी जमानत अर्जी खारिज हो गई। पुलिस ने उन्हें पन्ना जिले के पवई JMFC कोर्ट में पेश किया था। पटेरिया की ओर जमानत के लिए आवेदन लगाया गया है, लेकिन कुछ गैर-जमानती धाराएं लगने के कारण अदालत ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। राजा पटेरिया कोर्ट से विक्ट्री साइन दिखाते हुए बाहर निकले। वहीं उनकी पार्टी ने भी उनको नोटिस जारी किया हैं।
बयान के बाद क़ानूनी उलझनों में ‘राजा’
'मोदी की हत्या के लिए तत्पर रहो...', बयान देकर कांग्रेस के पूर्व मंत्री राजा पटेरिया क़ानूनी उलझनों में फंस गए है। सुबह आंख भी नहीं खुली थी कि उनके घर पुलिस ने धावा बोल दिया और गिरफ्तार कर लिया। दोपहर को पवई के JMFC कोर्ट में उन्हें पेश किया गया। जहां उनके वकील ने जमानत के लिए अर्जी दाखिल की लेकिन अदालत ने आवेदन को निरस्त कर दिया। पटेरिया के खिलाफ दर्ज FIR में दो और धाराएं बढ़ाई गई है। गैर जमानती कुछ धाराएं होने की वजह से पवई कोर्ट ने जमानत देने से इंकार कर दिया। उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया हैं।
विक्ट्री साइन दिखाने बाहर निकले
अदालत से जमानत का आवेदन खारिज होने के बाद जेल जाने के पहले वह विक्ट्री साइन दिखाते और मुस्कुराते हुए कोर्ट से निकले। बोले कि वह जिला अदालत में जमानत के लिए गुहार लगाएंगे। वह कल वाले अपने बयान पर कायम है। उन्होंने कहा कि उनके बयान को राजनैतिक मुद्दा बनाने के लिए दुर्भावनापूर्ण कार्रवाई की जा रही है। उनका बयान का मतलब राजनीतिक रूप से चुनाव में मोदी को हराना था, न कि मोदी की वास्तविक रूप से हत्या करवाना।
पार्टी ने राजा को जारी कर दिया नोटिस
राजा की गिरफ्तारी होते ही उनकी पार्टी ने भी कारण बताओं नोटिस जारी कर दिया। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष और संगठन प्रभारी ने नोटिस जारी कर 3 दिनों में जबाब माँगा है। पार्टी ने भी राजा के बयान को आपत्तिजनक मानते हुए अनुशासनहीनता की श्रेणी में माना है। उधर पार्टी के कई नेता और विधायक अभी भी राजा के बयान को सही ठहरा रहे है।
पहले वायरल वीडियो की जांच हो
जबलपुर में पूर्व मंत्री तरुण भनोत और लखन घनघोरिया ने मामले की जांच की मांग की है। उनका कहना कि किसी वायरल वीडियो के आधार पर किसी को आरोपी या दोषी नहीं ठहराया जा सकता। राजा के जेल पहुंचने के बावजूद भी कुछ कांग्रेसी कह रहे है कि अभी तो उनको घटनाक्रम के बारे में कुछ पता ही नहीं है।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने की NSA लगाने की मांग
सोशल मीडिया पर जब से राजा पटेरिया के बयान वाला वीडियो वायरल हुआ, तब से सियासत में भूचाल सा आ गया है। भाजपा के हमलावार तेवर और कड़े होते जा रहे हैं। नेता, मंत्रियों के बयानों की बौछार थम नहीं रही। राजा के बहाने कांग्रेस की भारत जोड़ों यात्रा को भी टार्गेट किया जा रहा है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने तो राजा पटेरिया के खिलाफ NSA के तहत कार्रवाई करने की मांग उठा दी।