'ऑपरेशन सागौन' को अंजाम देने लेडी IFS ऑफिसर पूजा नागले, 700 किमी दूर धड़-धड़ाते पहुंची माफिया के ठिकाने फिर..
मध्य प्रदेश के बैतूल जिले में पदस्थ ट्रेनी आईएफएस लेडी ऑफिसर पूजा नागले ने वन माफिया को मुंहतोड़ जबाव दिया हैं। पूजा 'ऑपरेशन सागौन' के जरिये खूब फेमस हो रही हैं। जानिए इस आर्टिकल में कि आखिर ऐसा क्या काम हुआ?
Operation Teak Lady IFS officer Pooja Nagle: ये कोई फ़िल्मी कहानी तो नहीं है, लेकिन रियल लाइफ की बेहतरीन स्टोरी से कम भी नहीं। बात मध्य प्रदेश के 2020 बैच की IFS लेडी ऑफिसर पूजा नागले की है। जिसने लाखों की बेशकीमती सागौन लकड़ी को बरामद करने नॉन स्टॉप ऑपरेशन को अंजाम दिया।
बैतूल जिले से करीब 700 किमी दूर राजस्थान से माफिया के चंगुल से न सिर्फ लकड़ी बरामद की, बल्कि दो आरोपियों को भी साथ बांध कर ले आई। इस दिलेरी के लिए पूजा खूब फेमस हो रही हैं। जिस काम में बड़े-बड़े अफसरों के पसीने छूट जाते है, उस काम को पूजा ने 57 घंटे के भीतर अंजाम दिया।
यह मामला महूपानी के जंगलों सागौन के पेड़ों की अवैध कटाई का हैं। जंगल से रातों-रात 22 बेशकीमती सागौन के पेड़ गायब हो गए थे। जब वन विभाग को यह खबर लगी, तो अफसरों के होश उड़ गए। जांच टीम बनाई गई। डीएफओ भी इस करतूत को अंजाम देने वालों का पता करने जुटे। उनके साथ ट्रेनी IFS ऑफिसर पूजा नागले भी जुटी।
पूजा ने जिस एंगिल पर जांच की तो बड़ा कनेक्शन हरदा की विश्नाई गैंग का सामने आया। पता चला कि बेहद शातिराना तरीके से अवैध कटाई कर सागौन के पेड़ राजस्थान भीलवाड़ा की ओर ले जाए गए है। वन माफियाओं के गढ़ कहे जाने वाले उस अड्डे पर पहुंचना किसी खतरे से खाली नहीं था। लेकिन पूजा के जिम्मे जांच थी, तो वह बिना देर किए अपने ऑपरेशन पर निकल पड़ी।
कार में सवार होकर निकली टीम को भीलवाड़ा के हरिपुरा इनपुट मिला, जहां आरा मशीन से लकड़ी की चिराई होती हैं। किसी तरह उस गांव में पहुंचने पर पुलिस की मदद से इस अड्डे पर रेड की तो रंगे हाथों उन्ही बेशकीमती पेड़ों की मशीन चिराई करते दो आरोपियों को दबोंच लिया गया। पूछताछ में भी आरोपियों ने बैतूल के जंगल की ही लकड़ी होना बताया।
फ़ौरन बिना देर किए पूरे 22 पेड़ों की लड़की ट्रक में लोड कराई और आरोपियों के साथ 57 घंटे का नॉन स्टॉप सफर करते हुए टीम वापस बैतूल लौटी। अब इस मामले में तस्करी में लिप्त मुख्य सरगना का पता लगाया जा रहा है। वन विभाग भी पूजा की दिलेरी और कारवाई की प्लानिंग सुनकर हैरान हैं।
पूजा की इसी साल जनवरी में बैतूल जिले में पहली पोस्टिंग है। ताप्ती वन परिक्षेत्र में बतौर रेंजर ट्रेनिंग ले रही पूजा 2020 बैच की आईएफएस ऑफिसर है। इतने कम वक्त में बेखौफ होकर एक बड़े ऑपरेशन को देने वाली पूजा की अब हर जगह चर्चा हो रही हैं। सरकार के मंत्री भी पूजा के साहस की तारीफ कर रहे है।