जब तक हिंसा की आग शांत नहीं हो जाएगी, मैं उपवास से नहीं उठूंगा: शिवराज सिंह चौहान
कांग्रेस ने सीएम के उपवास को नौटंकी बताया है। कांग्रेस ने कहा कि किसान अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर हैं और सीएम उपवास की नौटंकी कर रहे हैं।
भोपाल। किसान आंदोलन की आग में झुलस रहे मध्य प्रदेश में शांति कायम करने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भोपाल के दशहरा मैदान में आज से अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठ गए हैं। वहीं, मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री जीएस बिसेन ने कहा है कि एमपी में किसानों की कर्ज माफी का स्थान नहीं बनता, क्योंकि हमने किसान से ब्याज ही नहीं लिया तो किस बात का कर्जा माफ होगा।
उपवास पर बैठने के बाद शिवराज सिंह चौहान ने कहा, 'मैं हमेशा दर्द में किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा रहा हूं। किसानों के बिना मध्य प्रदेश आगे नहीं बढ़ सकता। हमारी सरकार ने मालवा को रेगिस्तान बनने से बचाया है। सरकार ने तय किया है कि किसानों से मूंग दाल 5225 रुपए प्रति क्विंटल की दर से खरीदी जाएगी। इसके अलावा 23 जून से 4 हजार रुपए प्रति क्विंटल की दर से अरहर की खरीद की जाएगी। किसान की मर्जी के बिना किसान की जमीन नहीं ली जाएगी। किसानों की फसल की लागत तय करने के लिए आयोग का गठन किया जाएगा। जब तक हिंसा की ये आग शांत नहीं हो जाएगी, मैं उपवास से नहीं उठूंगा।'
उपवास पर बैठने से पहले सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट किया, 'मेरे किसान भाइयों, बापू के देश में हिंसा की आवश्यकता नहीं है। हम-आप शांतिपूर्ण ढंग से हर समस्या का समाधान ढूंढ लेंगे। मैं आज से शांति बहाली के लिए उपवास पर बैठ रहा हूं। मेरे किसान भाइयों दूसरों के बहकावे में मत आइये। संवाद से ही समाधान होगा। मेरा यह उपवास किसानों की लड़ाई में उनके साथ खड़े होने का प्रतीक है।'
'आइये, बेहिचक अपनी बात कहिए'
शिवराज ने लिखा, 'यह उपवास हिंसा के विरुद्ध है। हिंसा से कोई सृजन नहीं होता है। मेरा जीवन प्रदेश उत्थान, किसानों के कल्याण के लिए समर्पित है। किसानों के श्रम, सरकार की नीतियों से कृषि पुरस्कार मिल रहा है। हम सब एक मां के लाल हैं। अहिंसा को प्रमुख हथियार माननेवाले देश के नागरिक हैं, फिर हिंसा क्यों? इससे अपनों का ही नुकसान हो रहा। बातचीत से दो देशों के मसले हल हो जाते हैं। यह तो मेरे और आपके बीच हल हो जाने वाली समस्या है। आइये, बेहिचक अपनी बात कहिए।'
नौटंकी कर रहे हैं सीएम: कांग्रेस
शुक्रवार को शिवराज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था, 'मैं पत्थर दिल नहीं हूं। शांति कायम करने की अपील लेकर मैं अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठूंगा। तब तक बैठूंगा, जब तक शांति कायम न हो जाए।' दशहरा मैदान में उपवास के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह किसानों की समस्याओं के समाधान हेतु चर्चा के लिए उपलब्ध रहेंगे। सरकारी कामकाज भी सीएम यहीं से करेंगे। मैदान में अधिकारियों के बैठने की भी व्यवस्था की गई है। दूसरी तरफ कांग्रेस ने सीएम के उपवास को नौटंकी बताया है। कांग्रेस ने कहा कि किसान अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर हैं और सीएम उपवास की नौटंकी कर रहे हैं।
आंदोलन में कई किसानों की मौत
आपको बता दें कि मध्य प्रदेश के कई जिलों में इन दिनों किसान आंदोलन की आग सुलग रही है। अपनी उपज के सही दाम और कर्जमाफी को लेकर किसान पिछले कई दिनों से मध्य प्रदेश में आंदोलन कर रहे हैं। बीते मंगलवार को किसान आंदोलन उस वक्त उग्र हो गया जब पुलिस की गोलियों से 5 किसानों की मौत हो गई थी। इसके बाद शुक्रवार को एक और घायल किसान की मौत हो गई। वहीं, रायसेन में 10 लाख रुपए के कर्ज के बोझ तले दबे एक किसान ने आत्महत्या कर ली थी।
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