Sagar : ऑनलाइन बिलिंग से बिजली उपभोक्ता परेशान, एक बिल भरने के तीन दिन बाद दूसरा बिल भेज दिया
सागर, 29 जुलाई। मप्र पूर्व क्षेत्र बिजली कंपनी के उपभोक्ता इसकी ऑनलाइन बिलिंग व्यवस्था से शुरूआती दौर में ही परेशान हो गए हैं। दो दिन पहले बिजली का बिल भरकर आए और दो दिन बाद फिर नया बिल भरने का मैसेज आ गया। मतलब तीन दिन में दो बिल भरने के मैसेज से लोग परेशान हो गए। दरअसल रीडिंग और ऑनलाइन बिल भरने में महज छह दिन की समय सीमा तय कर दी गई है। जिससे लोगों पर दो माह के बिल का बोझ एक साथ आ गया है।
दरअसल
मप्र
पूर्व
क्षेत्र
बिजली
कपंनी
सागर
द्वारा
कार्यालय
को
पेपरलेस
करने
और
लोगों
को
ऑनलाइन
बिल
जमा
करने
का
कार्य
इसी
माह
से
शुरू
कर
दिया
गया
है,
लेकिन
लोगों
को
इस
ऑनलाइन
बिलिंग
में
रीडिंग
सहित
अन्य
जानकारी
न
दिए
जाने
को
लेकर
आपत्ति
है।
उल्लेखनीय
है
कि
बिजली
कंपनी
द्वारा
कार्यालय
में
बिलिंग
आदि
के
कार्य
को
ऑनलाइन
करते
हुए
पेपरलेस
करने
की
प्रक्रिया
चल
रही
थी.
जो
इसी
सप्ताह
से
लागू
कर
दी
गई
है।
जिन
लोगों
ने
जून
माह
का
बिल
इस
माह
23
जुलाई
को
अंतिम
दिन
के
रूप
में
जमा
किया
था।
दो
दिन
बाद
ही
उनके
रजिस्टर्ड
मोबाइल
पर
नए
बिल
की
राशि
जमा
करने
का
मैसेज
आने
लगा।
800
रुपए
बिल
भरा,
दो
दिन
बाद
6
हजार
का
फिर
मैसेज
आ
गया
यह
स्थिति
बिजली
कंपनी
के
नगर
संभाग
के
पूरे
क्षेत्रों
में
बन
रही
है।
इसके
चलते
लोग
इस
बात
पर
हैरान
रहे
कि
दो
दिन
से
तीन
दिन
पहले
ही
बिजली
का
बिल
भरने
के
बाद
फिर
इतनी
जल्दी
नया
बिल
कैसे
आ
गया।
जीशान
खान
ने
बताया
कि
इसी
माह
भरे
गए
बिल
के
बावजूद
फिर
बिल
का
मैसेज
आ
गया।
मैं
परेशान
हूँ
कि
इतनी
जल्दी
दूसरा
बिल
कैसे
आया।
बिजली
कंपनी
में
कार्यालय
के
अधिकारियों
के
अनुसार
दरअसल
ऑनलाइन
व्यवस्था
के
तहत
अब
मीटर
रीडिंग
किए
जाने
के
दो
दिन
के
अंदर
ही
संबंधित
उपभोक्ता
को
उसका
बिल
ऑनलाइन
भेज
दिया
जाना
शुरू
कर
दिया
है।
गौर
मूर्ति
स्थित
मेडिकल
दुकान
संचालक
टिंगू
जैन
ने
बताया
कि
तीन
दिन
पहले
ही
7
हजार
800
रुपए
का
बिल
भरा
अब
फिर
छह
हजार
बिजली
बिल
भरने
का
मैसेज
देखा
तो
परेशान
हो
गया।
पहले
बिलिंग
में
15
से
20
दिन
की
देरी
लगती
थी।
हालांकि
कंपनी
के
इस
पेपरलेस
और
ऑनलाइन
बिलिंग
कार्य
को
लेकर
लोगों
को
आपत्ति
नहीं
है,
लेकिन
इस
बार
अब
आए
बिलिंग
के
इस
मैसेज
पर
जरूर
लोग
आपत्ति
उठा
रहे
हैं,
क्योंकि
ऑनलाइन
के
माध्यम
से
रजिस्टर्ड
मोबाइल
नंबर
पर
केवल
माह
की
राशि
ही
दर्शायी
जा
रही
है।
ऑनलाइन
बिल
सिस्टम
में
राशि
के
अलावा
अन्य
जानकारी
नदारद
इस
दौरान
उपभोक्ता
ने
कितनी
बिजली
खपत
की
या
पूर्व
की
भांति
विद्युत
बिल
में
दी
गई
अन्य
कई
जानकारियां
मसलन
सुरक्षा
निधि
सहित
अन्य
कुछ
भी
नहीं
दर्शाया
जा
रहा
है।
इस
मामले
में
विद्युत
उपभोक्ता
संजय
सोनी
का
कहना
है
कि
बिजली
कंपनी
भले
ही
बिल
ऑनलाइन
जारी
करे,
लेकिन
उसमें
पूर्व
की
तरह
माह
की
रीडिंग
सहित
सभी
जानकारियां
होनी
चाहिए।
वहीं
विमं
के
अधिकारियों
का
कहना
है
कि
उपभोक्ताओं
को
अब
विद्युत
बिल
ऑनलाइन
ही
मिलेगें।
रीडिंग
सहित
अन्य
जानकारियों
के
मामले
में
बताया
जाता
है
कि
संबंधित
उपभोक्ता
अपने
आईवीआरएस
नंबर
से
किसी
भी
कम्प्यूटर
द्वारा
बिल
निकलवा
सकता
है
यानि
अब
उपभोक्ता
को
अपना
बिल
जांचने
के
लिए
भी
अतिरिक्त
राशि
खर्च
करनी
होगी।